जम्मू कश्मीर में करप्शन पर गवर्नर का वार, तिलमिलाई पूर्व सत्ताधारी पीडीपी
   29-अक्तूबर-2018

 
 
जम्मू कश्मीर में इन दिनों राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने करप्शन को मिटाने की मुहिम छेड़ रखी है। इस कड़ी में राज्यपाल ने पिछले हफ्ते ही एंटी करप्शन ब्यूरो का गठन किया। जो इससे पहले राज्य में नहीं था। करप्शन मिटाओ अभियान की इस कड़ी में राज्यपाल मलिक ने राज्य के कर्मचारियों के लिए लागू की गई रिलायंस जनरल इंश्योरेंस डील को भी रद्द कर दिया। जिसको लेकर राज्य में विरोध किया जा रहा था, कि किस तरह से तमाम नियमों को ताक पर रखकर राज्य में एक प्राइवेट कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए 30 हज़ार करोड़ के इंश्योरेंस का ठेका दे दिया गया था।
 
दरअसल हाल ही में सत्यपाल मलिक ने एक इंटरव्यू में कहा था कि कैसे जे एंड के बैंक, कश्मीर एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस, सिडको जैसे संस्थानों में पिछली सत्ताधारी सरकारों ने सभी नियमों को झूठलाकर अपने पसंदीदा लोगों को पद रेवड़ी की तरह बांटा। यहां तक कि बिना किसी परीक्षा या इंटरव्य़ू के सीधे नियुक्ति कर दी गई। इन पदों के लिए कभी कोई विज्ञप्ति प्रकाशित ही नहीं की गयी। लिहाजा इन तमाम संस्थानों में की गई नियुक्तियों की जांच की जायेगी।
 
 

 
एसीबी के गठन के लिए जारी किया गया आदेश
 
राज्यपाल मलिक ने यहां तक कहा कि पिछली पीडीपी-बीजेपी सरकार ने जेएंडके बैंक में अपने चहेतों को नौकरी देने के लिए पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा जारी की गयी फाइनल नियुक्ति लिस्ट को ही बदल दिया। जिसमें 582 आवेदकों की भर्ती होनी थी। राज्यपाल के इस बयान के बाद राजनीतिक खलबली मच गयी।
 
 
 
पीडीपी ने राज्यपाल के इस बयान को लेकर आपत्ति जताई। पीडीपी के नेता औऱ पूर्व मंत्री नईम अख्तर ने कहा कि –‘’राज्यपाल को बिना सबूत जानें इस तरह के बयान नहीं देना चाहिए। उनके बयान से कश्मीर के संस्थानों औऱ लोगों की इमेज को ठेस पहुंच रही है, कि हर कश्मीरी चोर है। ‘’ साथ ही नईम अख्तर ने कहा कि अगर करप्शन के कोई सबूत हैं तो जिम्मेदार एजेंसियों को कार्रवाई करनी चाहिए न कि राज्यपाल को मीडिया में जाकर बयान देना चाहिए।
 
 
 
 पीडीपी नेता नईम अख्तर
 
 
वहीं दूसरी तरह पीडीएफ चैयरमेन औऱ विधायक हकीम यासीन ने राज्यपाल के फैसले का स्वागत किया है। हकीम यासीन ने कहा कि जम्मू कश्मीर के नौजवान बरसों से जांच एजेंसियों से शिकायत कर रहे थे कि किस तरह से जेएंडके बैंक औऱ दूसरी एजेंसियों में नौकरीयों को लेकर धांधली की गयी। इससे जम्मू कश्मीर के नौजवानों में जबरदस्त निराशा देखने को मिली।
 

 
पीडीएफ नेता हक़ीम यासीन
 
 
बहरहाल राज्य में करप्शन को लेकर पहली बार इतने बड़े स्तर पर चर्चा हो रही है। वरना मीडिया औऱ जिम्मेदार एजेंसिय़ों का पूरा ध्यान घाटी में आतंकवाद पर टिका रहता है। जिसकी आड़ में राज्य में करप्शन की जड़ें इतनी गहरी हो चुकी है। जिसको उखाड़ना स्वयं राज्यपाल सत्यपाल मलिक के लिए आसान नहीं होगा।