वीडियो और तस्वीरों के जरिये देखिए, कैसे साहिवाल, पाकिस्तान में सुरक्षाबलों ने सरेआम 3 बच्चों के सामने मां-बाप-बहन की हत्या की
   21-Jan-2019
 
 
शनिवार को पाकिस्तान के पंजाब में काउंटर-टेररिज़्म डिपार्टमेंट ने जीटी रोड़ पर सरेराह एक एनकाउंटर किया, जिसमें एक गाड़ी में सवार 4 लोगों की भून डाला। एजेंसी ने दावा किया मारे गये लोग आईएसआईएस के आतंकी थे। घटना साहिवाल के पास कादिराबाद जीटी रोड़ की है, लेकिन तुरंत ही लोगों ने काउंटर-टेररिज़्म डिपार्टमेंट की पोल खोल दी। दरअसल पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसी के गुंडों ने जिन लोगों को मारा था, वो एक आम फैमिली थी, जो लाहौर के पास अपने गांव कोट लखपत में एक शादी में जा रहे थे। देखिए फेक एनकाउंटर का लाइव वीडियो...
 
 
 
 
 
 
इस एनकाउंटर में 3 बच्चों के सामने उनके मां-बाप, बड़ी टीनएजर बहन और एक पिता के दोस्त की अंधाधुंध गोलियां चलाकर हत्या कर दी। इस नरसंहार में तीन बच्चे बच गये। हालांकि इन बच्चों को भी गोली लगी है, बच्चे के मुताबिक मारने से पहले गुंडों ने उनके साथ लूटपाट करने की भी कोशिश की। मारे गये लोगों की पहचान बच्चों के पिता मोहम्मद खलील, मां नबीला, 12 साल की बहन अरीबा और पिता के दोस्त जीशान जावेद के तौर पर हुई है। सुनिये इस नरसंहार की पूरी कहानी, मासूम की जुबानी...
 
 
 
 

 
 
पाकिस्तानी एजेंसियों की कारस्तानी सामने आने के बाद पीड़ित के परिवार वालों ने इमरान खान सरकार को जिम्मेदार ठहराया कि किस कदर पाकिस्तान की सुरक्षा एंजेंसियों को खुली छूट दी गयी है, आम लोगों को मारने के लिए, देखिए वीडियो..
 
 
 
 
 

 
 
मीडिया में खबर आने के बाद साहिवाल में लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया और एनकाउंटर में शामिल काउंटर-टेररिज्म डिपार्टमेंट के गुंडों को घेर लिया। पंजाब पुलिस किसी तरह उनको बचाकर निकालने में कामयाब हो पायी। देखिए वीडियो...
 
 
 
 
 
 
चारों तरफ घेरे जाने के बाद इमरान सरकार और पंजाब हुकूमत ने काउंटर-टेररिज्म डिपार्टमेंट की करतूत पर ये कहते हुए पर्दा डालने की कोशिश की, कि गाड़ी में मारा गया शख्स वाकई आतंकी था, लेकिन मौका-ए-वारदात पर मौजूद लोगों ने पाकिस्तान सरकार के झूठ की पोल खोल दी, कई वीडियो सामने आये जिससे साबित हुआ कि मारे गये परिवार के पास हथियार या किसी भी संदिग्ध सामान का कोई नामो-निशान तक न था।
 
 
 
 
 

 
 
इसके बाद पाकिस्तान सरकार बैकफुट पर आ गयी और पीटीआई के पंजाब के सीएम ने पीड़ित बच्चों को 2 करोड़ रूपये का मुवाअजा देने की पेशकश की है, जिसको पीड़ित परिवार ने ठुकरा दिया है। फिलहाल आरोपी पुलिसवालों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। लेकिन इस वारदात ने पाकिस्तान के आतंकी ज्महूरिया निजाम की फिर से पोल खोल दी है।
 

 वारदात के बाद पाकिस्तान में एक कार पर लगा पोस्टर