उमर अब्दुल्ला ने फिर अलापा में स्वायत्तता का राग, राम माधव ने कहा जनता ने सिखा दिया इनको सबक
   24-अक्तूबर-2018

राज्य में शहरी निकाय चुनाव में अलग-थलग पड़ चुकी नैशनल कांफ्रेंस ने एक बार फिर ऑटोनॉमी का राग छेड़ना शुरू कर दिया है। गुरुवार को श्रीनगर में पार्टी पदाधिकारियों के साथ मीटिंग में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि- ‘घाटी में रोजाना एनकाउंटर, किलिंग और CASO लगाये जाने की खबर मिलती रहती है। ऐसा लगता है कि सरकार घाटी पर से काबू खो चुकी है। ऐसे में सही समय है कि राज्य को ऑटोनॉमी दे दी जाये ।’ऐसा पहली बार नहीं है जब अब्दुल्ला फैमिली ने राज्य में पूर्ण स्वायत्तता की मांग की हो। राज्य में जब-जब पार्टी की राजनीतिक नैया डूबने लगती है, तो अब्दुल्ला फैमिली अलगाववाद परस्त राजनीति पर ऊतर आती है। हाल ही में घाटी में जिस तरीके से बीजेपी औऱ कांग्रेस ने प्रदर्शन किया है। उससे घाटी में राजनीति में बची-खुची हिस्सेदारी भी अब्दुल्ला फैमिली को खत्म होती दिख रही है। लिहाजा स्वायत्तता का पुराना राग फिर से बज़ाया जाने लगा है।
 

 
जम्मू में शेर-ए-डुग्गर प्रेमनाथ डोगरा को श्रद्धांजलि देते बीजेपी कार्यकर्ता 
 
उधर शहरी निकाय चुनाव में नतीज़ों से उत्साहित बीजेपी नेता राम माधव ने एनसी औऱ पीडीपी को कटघरे में खड़ा कर दिया। पार्टी के विजयी उम्मीदवारों के सम्मान समारोह में राम माधव ने कहा कि जनता ने पीडीपी औऱ एनसी के चुनाव बहिष्कार की पोल खोल दी। जहां वोटिंग प्रतिशत कम रहा, वहां आतंक औऱ भय के चलते लोगों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। नाकि चुनाव बहिष्कार के चलते। राम माधव ने घाटी में सेंचुरी मारने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आने वाले पंचायत चुनाव के बाद पंचायतों के लिए 28 करोड़ रूपया आंवटित हुआ है। जो पंचायतों के विकास पर खर्च होगा।