“मैं उन लोगों के लिए Committed हूं, जिनसे मैंने फीस चार्ज की है” – दीपिका राजावत का बयान
   15-नवंबर-2018

 
 
कठुआ रेप केस में दीपिका राजावत की गैरमौजूदगी से नाराज आसिफा के परिवार ने दीपिका को केस से बाहर कर दिया। लेकिन दीपिका सुनवाई में शामिल क्यों नहीं हुई इस पर बहस शुरू हो गयी है। बुधवार को कोर्ट में दाखिल एप्लीकेशन में खुद आसिफा के पिता ने दावा किया था कि दीपिका इसीलिए सुनवाई में शामिल नहीं हो रही, क्योंकि उनकी जान को खतरा हो सकता है।
 
लेकिन फेसबुक पर पोस्ट किये गये एक वीडियो में खुद दीपिका राजावत ने माना कि आसिफा के केस में उन्होंने कोई पैसा चार्ज नहीं किया, लेकिन अब वो केस में इसीलिए शामिल नहीं हो रही क्योंकि अब उनको जम्मू में अपने उन Clients को वक्त नहीं दे पा रही हैं। जिनसे उसने फीस चार्ज किया है। सुनिये फेसबुक पर पोस्ट किया गया दीपिका का बयान- काउंटर 02.35 के बाद ध्यान से सुनें।
 
 
 
 
अपने पूरे वीडियो में दीपिका ने जान के खतरे का ज़िक्र कहीं भी नहीं किया। यानि खुद दीपिका ने जान के खतरे के कारण को नकार दिया।  तो क्या आसिफा के परिवार का दावा झूठा है । या फिर आसिफा के परिवार वालों से पीछा छुड़ाने के लिए दीपिका राजावत ने ऐसा कहा।
 

एप्लीकेशन में बताया दीपिका की गैरमौजूदगी का कारण
 
 
jammukashmirnow से बातचीत में आसिफा के पक्षकार वकील मुनीब फारूकी ने भी यहीं दावा किया कि दीपिका राजावत ने केस में शामिल न होने का कारण जान का खतरा बताया। जबकि दीपिका को जम्मू कश्मीर सरकार की तरफ से सुरक्षा भी मुहैया कराई गयी है।
 

 एडवोकेट मुनीब फारूकी
 
 
अपने वीडियो में दीपिका राजावत ने एक और कारण बताया कि चूंकि आसिफा का केस लड़ रहे दोनों पब्लिक प्रोसिक्यूटर्स अच्छी तरह से केस लड़ रहे हैं औऱ केस सही दिशा में जा रहा है। इसीलिए उनकी ज़रूरत वहां नहीं है। साथ ही जम्मू से रोज़ाना पठानकोट आने-जाने को भी दीपिका ने एक कारण बताया, कि रोजाना पठानकोट जाना संभव नहीं है।
 
 
 
110 में से सिर्फ 2 सुनवाई में हिस्सा लिया
102 गवाहों के बयान दर्ज 
 
 
 
लेकिन दीपिका राजावत के केस में गायब रहने के सुविधाजनक कारणों के खिलाफ सोशल मीडिया पर ही कुछ लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिये हैं। तो कुछ दीपिका के पक्ष में खड़े हैं।