पीडीपी को बड़ा झटका, मुज़फ्फर बेग़ करेंगे सज्जाद लोन का थर्ड फ्रंट ज्वाइन
   20-नवंबर-2018

 
जम्मू कश्मीर की राजनीति में इन दिनों काफी उथल-पुथल मची है। इसी कड़ी में पीडीपी को एक बड़ा झटका लगा है। पीडीपी के फाउंडर मेंबर और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मुज़फ्फर बेग ने पीडीपी को छोड़ थर्ड फ्रंट ज्वाइन करने की घोषणा कर दी है। यानि वो सजाद लोन की पार्टी पीपल्स कांफ्रेंस ज्वाइन कर सकते हैं।
 
मुज़फ्फर बेग ने शहरी निकाय चुनाव बहिष्कार को जनता के साथ धोखा करार दिया। बेग ने एनसी पर आरोप लगाते हुए कहा कि नैशनल कांफ्रेस जब सत्ता में होती है तो दिल्ली के साथ खड़ी होती है। लेकिन जब वो सत्ता से बाहर होती है तब दिल्ली की दुश्मन। लिहाजा नैशनल कांफ्रेंस आज तक कश्मीर की बेहतरी के लिए कोई कदम नहीं उठा पाये। ऐसे में पीडीपी को एनसी के चुनाव बहिष्कार को फॉलो करने की कोई जरूरत नहीं थी। बेग ने आरोप लगाया कि चुनाव बहिष्कार के मसले पर उनसे सलाह नहीं ली गयी।
 
 
 
 
बहरहाल पीडीपी की तरफ से इस पर अभी तक कोई ऑफिशियल बयान नहीं आया है। लेकिन निश्चित रूप से ये पीडीपी के लिए सबसे बड़ा झटका है। मुजफ्फर बेग घाटी के खासतौर पर बारामुला क्षेत्र में काफी दमदार नेता माने जाते हैं।
 
 
क्या सज्जाद लोन बनेंगे अगले मुख्यमंत्री?
 
 
 
घाटी की राजनीति पीडीपी औऱ एनसी की दिशाहीन गैरमौजूदगी के चलते सज्जाद लोन को एक बड़ा मौका मिला, घाटी में उभरने का। खबर है कि बीजेपी घाटी में सज्जाद लोन को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाकर चुनाव मैदान में उतार सकती है। इसके लिए सज्जाद लोन ने श्रीनगर शहरी निकाय में जुनैद मट्टू को मेयर बनवाकर अपने आप को साबित भी कर दिया। सज्जाद का अलगा बड़ा दांव मुज़फ्फर बेग बनने जा रहे हैं। जो घाटी की राजनीति में सज्जाद लोन का कद एकदम से बढ़ा देगी। बीजेपी पहले ही सज्जाद को मौन समर्थन दे चुकी है। ऐसे में लगभग तय है कि चुनाव सज्जाद लोन-बीजेपी के थर्ड फ्रंट, पीडीपी, और नैशनल कांफ्रेंस का त्रिकोणीय मुकाबला तय है। उधर कांग्रेस ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं।