नेल-पॉलिश लगाना गैर-इस्लामी, दारूल-उलूम देवबंद का फतवा
   05-नवंबर-2018

 
 
 
देवबंद के दारूल-उलूम ने फतवा जारी किया है कि महिलाओं का नेल-पॉलिश लगाना सरासर गैर-इस्लामी औऱ गैर-वाज़िब है। सुनकर थोड़ा अजीब लगेगा, लेकिन देवबंद के मुफ्ती इशरार गौरा ने कहा है कि मुस्लिस महिलाओं को नेल-पॉलिश इस्तेमाल नहीं करनी चाहिए, इसकी जगह उन्हें मेंहदी इस्तेमाल करनी चाहिए। हालांकि ये गैर-इस्लामी कैसे है ये बताने की जहमत मुफ्ती साहब ने नहीं उठाई। मुफ्ती इशरार ने नाखूनों पर बदले में मेंहदी लगाने की हिदायत तो दे दी। लेकिन वो शायद ये नहीं जानते कि मेंहदी नाखूनों पर नहीं रचती।
 
 
 
 
 सऊदी अरब में नेल-पॉलिश चमकाती महिलायें
 
 
ऐसा पहली बार नहीं है जब देवबंद के दारूल उलूम से ऐसा फतवा जारी हुआ हो, इससे पहले शेविंग और वैंक्सिंग को भी दारूल उलूम शरिया कानून के खिलाफ बता चुका है। यहां तक कि देवबंद ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें पोस्ट करने और बैंक में जॉब करने को भी गैर-इस्लामी करार दे चुका है। ऐसा नहीं कि देवबंद दारूल-उलूम के इस फतवे के कोई मायने नहीं है या इसे यूं ही नजरअंदाज कर दिया जाये। देवबंद दारूल उलूम की देश में ही नहीं दुनिया भर के इस्लामिक देशों में एक बड़ी साख है। इस इस्लामिक विचार को मानने वाले देवबंदी कहलाये जाते हैं।