शहीद के 5 साल के बेटे ने दिखा दी आतंकियों को उनकी औकात

    27-सितंबर-2018
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जम्मू कश्मीर की वादियां सिर्फ अपनी खूबसूरती के लिए ही नहीं जानी जाती बल्कि इन वादियों में ऐसे सूरमा भी पैदा होते हैं जिन्हें पूरा देश नमन करता है। इन्हीं वीरों की भूमि में एक एैसा युवा पैदा हुआ जिसने देश की हिफाजत के लिए अपनी जान तक कुरबान कर दी। हम बात कर रहें हैं सीआरपीएफ के जवान नासीर एहमद राठेर की जी हां ये वही जवान हैं जिसे 29 जुलाई को आतंकियो ने गोली मार दी।
 
नासीर एहमद जम्मू कश्मीर के नाइरा गांव के रहने वाले थें जो सीआरपीएफ के 182 बटालियन के जवान थे उनकी पोस्टिंग जम्मू कश्मीर के पुलवामा में थी। कुछ दिनों पहले ही नासीर का ट्रांसफर 182 बटालियन से श्रीनगर की 132 बटालियन में हुआ था। जिसके बाद नासीर छुट्टी पर अपने घर आए थे पर 29 जुलाई की रात को उनके घर कुछ आतंकी आए और उन्होने नासीर को अपने साथ चलने के लिए कहा पर नासीर उनके साथ घर से कुछ दूर गए ही थे तभी आतंकियो ने उन्हे धोखे से गोली मार दी। उन्हे घायल अवस्था में पुलवामा के जिला अस्पताल ले जाया गया जहां पर उन्हे डॉक्टर ने मरा हुआ घोषित कर दिया।
 

 
 
नासीर आतंकियों के निशाने पर इस लिए थे क्यों कि वो इन कट्टरपंथी और आतंकी सोच के लोंग के बीच में रहते हुए भी अपने देश के लिए वफादार थे। वो जम्मू कश्मीर के देश भक्त लोगों की वो आवाज थे जिसे आतंकी सुनना नहीं चाहते और अपनी इन्हीं कायराना हरकतों से उन आवाजों को दबाने की कोशिश करते हैं पर उनकी ये कोशिश तब पूरी तरह से नाकाम हो जाती है जब शहीद नासीर का पांच साल का बेटा भी आतंकियों की आंखों में आंखे डालकर अपने बहादुर पिता की तरह ही फौजी बनकर भारत मां की सेवा करने की बात करता है।
 
जम्मू कश्मीर में आतंकी सोच के लोगों को ये बात अच्छे से समझ लेनी चाहिए कि अब जम्मू कश्मीर के राष्ट्रवादी लोग उनकी इस कायराना हरकतों से डरने वाले नहीं।