जेएनयू के टुकड़े-टुकड़े गैंग की उल्टी गिनती शुरू, कन्हैया, उमर खालिद समेत 7 कश्मीरी छात्रों के खिलाफ चार्जशीट फाइल
Jammu Kashmir Now Hindi   14-Jan-2019
 
2 फरवरी 2016 में जेएनयू में देश विरोधी नारेबाजी करने केस में दिल्ली पुलिस ने आज पटियाला कोर्ट में 1200 पन्नों की चार्जशीट फाइल कर दी, जिसमें जेएनयू के पूर्व छात्र अध्यक्ष कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बन भट्टाचार्य समेत कुल 10 छात्रों को चार्जशीट में आरोपी बताया है। आरोपियों में 7 कश्मीरी छात्र भी है, जिनके नाम हैं- आकिब हुसैन, मुजीब हुसैन, उमर गुल, रईसा रसूल, बशीर भट् और बशारत अली । ये सातों छात्र जेएनयू, जामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र हैं।
 
 
पटियाला कोर्ट में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट सुमित आनंद की अदालत में फाइल चार्जशीट में आईपीसी की धारा 124ए, 143, 147, 149, 120बी और 323 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। 15 जनवरी को कोर्ट में इस पर आगे की कार्रवाई तय होगी।
 


 कोर्ट में चार्जशीट का बक्सा लेकर जाते दिल्ली पुलिस के जवान
 
 
दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में 36 अन्य छात्रों के नाम दर्ज किये हैं, जिनसे पूछताछ की गयी थी। लेकिन सबूत की कमी के चलते उनको आरोपी नहीं बनाया गया है। इन नामों में शेहला रशीद और सीपीआई नेता डी राजा की बेटी अपराजिता का नाम भी शामिल है। इन पर अब कोर्ट फैसला करेगी, कि इनको आरोपी बनाया जाये या नहीं।
 
 
 
 
क्या था मामला?
 
 गौरतलब है कि 2 फरवरी 2016 को अफजल गुरू की फांसी के विरोध में जेनएयू में बिना इजाजत धरना दिया गया था। जिसमें   देश विरोधी नारेबाजी की गयी थी। इस नारेबाजी में कन्हैया कुमार, समेत कई छात्र थे, जिनमें कईयों ने मुंह ढंके हुए थे। चार्जशीट   में शामिल देश विरोधी नारे जोकि जेएनयू में लगे थे--
 
 
  ’इंडियन आर्मी पर हल्ला बोल, सीआरपीएफ पर हल्ला बोल, राष्ट्रीय रायफल पर हल्ला बोल’’
  ’हर घर से निकलेगा अफजल, लड़कर लेंगे आजादी, भारत को दो रगड़ा-रगड़ा,’’
  ‘’कश्मीर की आजादी तक जंग रहेगी जारी, भारत की बर्बादी तक जंग रहेगी जारी’’
  ’भारत के इस मुल्क को एक झटका और दो, बंदूक के बल पर लेंगे आजादी’’
 
 
 
 
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने मार्च 2016 में कन्हैया कुमार को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद हाई कोर्ट ने कन्हैया को जमानत दे दी थी। इसके बाद खालिद औऱ अनिर्बन को भी जमानत पर रिहा कर दिया गया था। बाकी के 7 कश्मीरी आरोपी छात्रों को कभी गिरफ्तार नहीं किया गया था। पुलिस का कहना है कि इन कश्मीरी छात्रों की पहचान में समय लगा जिसकी वजह से लगभग 3 साल बाद चार्जशीट फाइल की गयी है।
 
 
 
 
दिल्ली पुलिस के मुताबिक 90 लोगों को गवाह के तौर पर पूछताछ की गयी थी। गवाहों और वीडियो फूटेज़ आधार पर पाया गया कि आरोपी देश विरोधी नारेबाजी में शामिल थे। इन वीडियो सबूतों को फोरेन्सिक लैब में भी सही पाया गया है। यानि अब टुकड़े-टुकड़े गैंग की खैर नहीं।