शाह फैसल ने शुरू की 'चंदे की राजनीति', कठुआ केस में फंड-स्कैम का आरोपी ग्रुप कर रहा है ऑनलाइन फंडरेजिंग
   24-Jan-2019

 
जम्मू कश्मीर में IAS पद से इस्तीफा देने वाले शाह फैसल ने राजनीति में अपनी शुरुआत कर चुके हैं। लेकिन फैसल का पहला कैंपेन वोट के लिए नहीं बल्कि चंदा इकट्ठा करने के लिए है। जिसके तहत शाह फैसल ने एक ऑनलाइन Fundraising के साथ मिलकर एक ऑनलाइन कैंपेन शुरू किया है। जिसमें शाह फैसल ने लोगों से जम्मू कश्मीर में बदलाव की राजनीति के लिए चंदा देने की अपील की है। इस कैंपेन के तहत शाह फैसल ने लगभग 2 महीनों में 70 लाख रुपये इकट्ठा करने का लक्ष्य रखा है। लेकिन पहले 2 दिनों में शाह फैसल 15 हज़ार के आसपास ही चंदा इकठ्ठा कर पाएं हैं।
 
 
हैरानी की बात ये है कि शाह फैसल ने जनता से चंदा देने की मांग तो कर दी है, लेकिन इसका क्या उपयोग होगा, कैसे होगा जैसे सवालों का जवाब शाह फैसल ने दिया। यानी उनकी राजनीति की दिशा-दशा और विज़न क्या होगा। क्या वो एक और 'आम आदमी पार्टी' बनाना चाहते हैं। जिसका जिक्र फैसल अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी कर चुके हैं, जिसमें फैसल ने इमरान खान और केजरीवाल को अपना आदर्श बताया था। दोनों की राजनीति में आम लोगों के चंदे की महत्वपूर्ण योगदान रहा है। लेकिन उन्होंने पहले अपना पॉलिटिकल विज़न जनता के साथ शेयर किया था, चंदा इकट्ठा बाद में। लेकिन यहां तो फैसल ने नदी का बहाव ही उल्टा कर दिया है। ऐसे में लोग फैसल पर विश्वास करें तो कैसे करें।
 
 
 

 
 
फैसल का फन्डरेजिंग ग्रुप पहले से हैं विवादित
 
 
शाह फैसल ने जम्मू कश्मीर में जिस करप्शन-फ्री राजनीति के लिए चंदा इकट्ठा कर रहे हैं। उसके लिए फंड-रेजिंग करने वाला ग्रुप खुद पहले से ही घपले का आरोपी है। आपको बता दें ये वही ग्रुप Crownewsing है जिसने कठुआ रेप केस के पीड़ितों के ऑनलाइन फंड इकट्ठा किया था। जिसमें उनपर पीड़ित परिवार के लिए इकट्ठा किये गए फंड में घपले की खूब खबरें मीडिया में छाई रही थी। आरोप था कि Crowdnewsing ने 20 लाख से ज़्यादा फंड ऑनलाइन इकट्ठा किया था, लेकिन अकॉउंट में 18.5 लाख इकट्ठा किया गया और वो कभी पीड़ित परिवार तक नहीं पहुंच पाया। पीड़ित परिवार को बार-बार मीडिया में आकर अपने पैसे लिए गुहार लगानी पड़ी थी। इस कैंपेन में JNU की पूर्व छात्र नेता शेहला राशिद शामिल थी।
 
 
ऐसे आरोपों में घिरे ग्रुप के साथ शाह फैसल अगर करप्शन-फ्री राजनीति की नींव रखना चाहते हैं, तो भविष्य का अंदाज़ा आप खुद लगा सकते हैं।