मणिकर्णिका के 5 बेस्ट सीन, जो आपको फिल्म देखने पर मज़बूर कर देंगे
   28-Jan-2019
 
मणिकर्णिका बॉक्स आफिस पर धूम मचा रही है। रानी लक्ष्मी बाई का किरदार कंगना रनौत ने शानदार तरीके से निभाया है। फिल्म में ऐसे कई दृशय है जो आपको भारत की गौरवशाली परंपरा पर गर्व करने का मौका देती है। उन दृश्यों में से हम लाये है 5 ऐसे दृश्य आपके लिए लाये हैं।
1. रानी लक्ष्मीबाई द्वारा गद्दार सिंधिया को ग्वालियर से निष्कासित करना, काफी जबरदस्त सीन है, और यह दृश्य कुछ लोगो को तो दर्द देगा जो आज़ादी के बाद देश की सत्ता के गलियारों पर काबिज हैं।
 
 
2. मणिकर्णिका का अपने पति की मृत्यू के बाद सिंहासन सँभालने का सीन गजब है। पति की मृत्यू के बाद मणिकर्णिका की सास चाहती है कि मणिकर्णिका अपने केश कटाकर काशी जाये। मणिकर्णिका जवाब देती है कि वो काशी नहीं जायेगी बल्कि झांसी में रहेगी और अंग्रेजो से लड़ेगी क्योंकि झांसी को उसकी जरुरत है।
 
 
 
 
3. बहुत ही कम लोगो को पता होगा कि रानी लक्ष्मीबाई को पढ़ने का काफी शौक था, और अंग्रेजी पर भी उन्हें महारत थी। फ़िल्म के कुछ दृश्यों में ये दिखाया गया है। मणिकर्णिका को पुत्र रत्न की प्राप्ति होने के उपलक्ष्य में राज्य में परेड का आयोजन होना तय होता है। परेड का दिन रविवार तय होता है , अंग्रेजी ऑफिसर इसका विरोध करता है क्योंकि ब्रिटिश रूल के अनुसार रविवार का दिन छुट्टी का दिन है। ऐसे समय में अपने तर्कों से मणिकर्णिका अंग्रेजी आफिसर की बोलती बंद कर देती है अंग्रेजी टुकड़ी को परेड में शामिल होने के लिए मजबूर करती है।
 
 
 
4. एक सीन में अंग्रेज मंदिर की आड़ में तोपें चला कर झांसी के किले पर हमले कर रहे होते। इसके जवाब में झांसी के तोपची इसलिए गोले दागना बंद कर देते है क्योंकि उन्हें डर है गोलों से मंदिर क्षतिग्रस्त हो जायेगा। ऐसे मणिकर्णिका साहसिक निर्णय लेती है और छोटी टुकड़ी से साथ कुछ तोपें किले के बाहर लाती है और एक अलग कोण से अंग्रेजो की तोपों को धवस्त करती है। इतना ही नहीं अंग्रेजी सेना के अफसर रोस को घोड़े से घसीटती है, यह दृशय आपके रौंगटे खड़ा देगा। 
 
 
5. हमारे देश लिखित इतिहास को चाहे अंग्रेज हो मुग़ल दोनों ने निशाना बनाया है. परिणाम हमारे बहुत से ग्रन्थ आज हमारे पास नहीं है। मणिकर्णिका में एक दृशय में अंग्रेज झांसी के किले पर आक्रमण करते है जीतने के बाद पुस्तकालय को आग के हवाले कर देते है। यह एक ऐसा सीन है जो आपको यह सीख देता है कैसे अंग्रेजो ने हमारी संस्कृति और उसके एतिहासिक कृतियों को बिलकुल खत्म कर दिया था।