महबूबा ने 2016 में मारे गये पत्थरबाज़ों को बताया ‘शहीद’, टॉफी-मिल्क वाले रिमार्क पर भी मांगी माफी
Jammu Kashmir Now Hindi   07-Jan-2019
 
 
सत्ता से बाहर होते ही पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है। पिछले हफ्ते महबूबा मारे गये आतंकियों के घर पहुंचकर सांत्वना दे रही थी। आज महबूबा मुफ्ती ने उन पत्थरबाजों को शहीद करार दे दिया, जो 2016 में आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर में आर्मी कैंप और पुलिस कैंप भीड़ की शक्ल में हमला करने के दौरान कार्रवाई में मारे गये थे। इसके बाद ही महबूबा मुफ्ती ने बयान दिया था कि – ‘वो वहां टॉफी या दूध खरीदने तो नहीं गये थे।’ महबूबा मुफ्ती ने अपने बयान पर भी माफी मांगी। महबूबा ने कहा कि वो एक मां की तरह दुखी थी, कि बच्चें उनका कहना नहीं मान रहे थे, क्योंकि कुछ लोग अपने फायदे के लिए नौजवानों को आर्मी कैंप पर हमला करने को उकसा रहे थे।
 
 
महबूबा अपने पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद की तीसरी बरसी पर साउथ कश्मीर के बिजबेहरा में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी।
 
 
चुनावी मौके की नजाकत को समझते हुए महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी के साथ गठबंधन को हाल ही में पीडीपी छोड़ने वाले नेताओं पर थोप दिया। महबूबा ने कहा कि- ’’जिन लोगों ने अभी पार्टी छोड़ी है, उन्हीं लोगों मुझे बीजेपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने का दबाव डाला था। अच्छा है अब वो कचरा साफ हो गया है। उन्होंने पार्टी छोड़ दी। ’’