J&K को मानवाधिकार का मुद्दा बनाकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत सरकार के खिलाफ कैंपेन चला रही है कांग्रेस! लेबर पार्टी लीडर जेरेमी कॉर्बिन से मुलाकात के बाद उठे सवाल
   10-अक्तूबर-2019

 
बुधवार को कांग्रेस के कुछ प्रतिनिधि यूनाइटेड किंगडम में लेबर पार्टी के लीडर जेरेमी कोर्बिन से मिले और उन्होंने कश्मीर के मुद्दे पर बात की। जिसके बाद खुद जेरेमी ने ट्वीट कर बताया कि कश्मीर के मुद्दे पर इंडियन कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधियों से उनकी मुलाकात काफी संतोषजनक रही। ट्वीट ने जेरेमी कोर्बिन ने कश्मीर में कथित मानवाधिकारों के प्रोपगैंडा को आगे बढ़ाते हुए लिखा कि तनाव कम होना चाहिए, साथ ही हिंसा और डर का चक्र खत्म होना चाहिए, जिसने पूरे क्षेत्र में अपने कब्ज़े में ले रखा है।
 
 
आर्टिकल 370 हटाये जाने के बाद जेरेमी कॉर्बिन इससे पहले कई बार भारत के खिलाफ बयानबाज़ी करते रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस के मुलाकात करने वाले ये नेता कौन हैं और वो जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर जेरेमी कॉर्बिन से बात करने क्यों गये, ये आधिकारिक रूप से साफ नहीं हो पाया है। लेकिन देश के अंदरूनी मसले पर दूसरे देश के ऐसे नेता से बात करना, जोकि कश्मीर के मुद्दे पर भारत विरोधी और पाकिस्तान के पक्ष में बयान देता रहा हो, गंभीर सवाल खड़े करता है।
 
इस मुलाकात की खबर सामने आते ही बीजेपी ने कांग्रेस के इरादों पर सवाल खड़े करते हुए पूछा है कि कांग्रेस को देश की जनता के जवाब देना चाहिए कि आखिर कांग्रेस के ये कौन से नेता है।
बहरहाल घरेलू पिच पर बीजेपी से पिछड़ने के बाद हताश कांग्रेस लगातार मोदी सरकार को घेरने के चक्कर में देशविरोधी बयान देती रही है। जिन बयानों को इस्तेमाल कर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के खिलाफ कैंपेन चलाता आ रहा है।
 
लेकिन इस जेरेमी कोर्बिन से मुलाकात के बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्या कश्मीर के मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उछालकर कांग्रेस मोदी सरकार को घेरना चाहती है। जाहिर है इसका महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव के मौके पर कांग्रेस ने अगर जवाब नहीं दिया तो जनता जवाब ज़रूर देगी।