जम्मू कश्मीर से सत्यपाल मलिक की विदाई तय, 31 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर और लद्दाख को मिलेंगे नये उप-राज्यपाल
   12-अक्तूबर-2019

 
जम्मू कश्मीर से मौजूदा राज्यपाल सत्यपाल मलिक की विदाई तय है, राज्य के प्रशासनिक मुखिया के तौर पर वो अपनी अंतिम पारी खेल रहे हैं। दरअसल 31 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर और लद्दाख का पुनर्गठन एक्ट लागू होने जा रहा है। उस दिन जम्मू कश्मीर और लद्दाख संवैधानिक और प्रशासनिक रूप से दो अलग केंद्र शासित प्रदेशों में तब्दील होने जा रहे हैं। इसके बाद दोनों प्रदेशों का प्रशासनिक मुखिया उप-राज्यपाल होगा।
 
सूत्रों के मुताबिक केंद्र सत्यपाल मलिक को उप-राज्यपाल के तौर पर एक्सटेंशन देने के मूड में नहीं है। गृह मंत्रालय नये उप-राज्यपालों के नाम तय कर चुका है। जिनको अक्टूबर महीने के अंतिम सप्ताह में दीवाली से पहले घोषित किया जायेगा।
 
हालांकि इससे पहले राजनीति के गलियारों में खबर थी कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक को दोनों प्रदेशों का उप-राज्यपाल बनाकर एक्टेंशन दिया जा सकता है। लेकिन केंद्र सरकार इसीलिए दोनों प्रदेशों को अलग उप-राज्यपाल नियुक्त करना चाहती है।
 
31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिवस पर स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के मंच से दोनों प्रदेशों के लिए कुछ बड़े डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स की घोषणा करेंगे। जिनपर तुरंत काम शुरू होकर तुरंत पूरा किया जाना है। इसके लिए दोनों प्रदेशों के लिए अलग मुखिया होना जरूरी है, ताकि दोनों अपने प्रदेशों को पूरा समय दे सकें। समय के साथ दोनों प्रदेशों की अलग पहचान स्थापित होगी।
 
 
इससे पहले उप-राज्यपाल के लिए कई नाम खबरों में आये थे। जिनमें राज्यपाल सत्यपाल मलिक के मौजूदा सलाहकार के. विजय कुमार और फारूख खान का नाम शामिल था। लेकिन सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार किसी राजनीतिक शख्सियत को ही उप-राज्यपाल बनाने को अहमियत देगी, खासतौर पर जम्मू कश्मीर में।