ग्रे-लिस्ट में रहेगा पाकिस्तान, FATF ने तय की डेडलाइन, फरवरी 2020 तक करनी होगी टेरर फंडिंग पर कार्रवाई
   16-अक्तूबर-2019

 
पेरिस में चल रही फायनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की मीटिंग में पाकिस्तान को फिलहाल कोई बड़ी राहत मिलने की संभावना नहीं है। मीटिंग में सैद्धांतिक तौर पर फैसला लिया गया है कि पाकिस्तान को फरवरी 2020 तक टेरर फंडिंग पर कार्रवाई करनी होगी, साफ ही फैसला लिया गया है कि पाकिस्तान को ग्रे-लिस्ट में ही रखा जायेगा। इस बाबत अंतिम घोषणा शुक्रवार यानि एफएटीएफ मीटिंग के अंतिम दिन की जायेगी।
 
दरअसल पाकिस्तान लगातार कोशिश कर रहा था कि उसके ग्रे-लिस्ट से निकालकर व्हाइट-लिस्ट में डाला जाये। पाकिस्तान का दावा था कि पिछले डेढ़ साल में उन्होंने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों की फंडिंग पर रोक लगायी है। लेकिन एफएटीएफ ने पाया कि 27 पैमानों में से कुल 7-8 पर ही सकारात्मक कार्रवाई की है।
 
जबकि पाकिस्तान के इकॉनोमिक अफेयर्स मिनिस्टर हम्माद अजहर ने मीटिंग में दावा किया था उन्होंने 27 पैमानों में से 20 पैमानों पर कार्रवाई की है। इसीलिए पाकिस्तान को इस मामले में और समय मिलना चाहिए। पाकिस्तान को थोड़ी उम्मीद इसीलिए भी थी क्योंकि फिलहाल एफएटीएफ का अध्यक्ष चीन है।
 
लेकिन चीन भी पाकिस्तान की ज्यादा मदद कर पाने में फिलहाल नाकाम है, हालांकि चीन, मलेशिया और टर्की पाकिस्तान के लिए 5 महीने और समय दिला पाने में कामयाब ज़रूर रहे हैं। लेकिन अब देखना दिलचस्प होगा कि पाकिस्तान इस समय में भी कुछ कर पाता है या नहीं। इतना तय है कि फरवरी 2020 में पाकिस्तान का ब्लैकलिस्ट में जाना तय है।