जम्मू के कांग्रेस, पीडीपी और एनसी समेत विपक्षी नेताओं की नज़रबंदी खत्म, बीडीसी चुनाव से पहले बड़ा फैसला
    02-अक्तूबर-2019
 
 
जम्मू कश्मीर में हालात पूरी तरह से सामान्य बने हुए हैं। पूरे राज्य में लैंडलाइन सर्विस बहाल हो चुकी है, 4-5 थाना क्षेत्रों के छोड़कर प्रशासनिक पाबंदी लगभग खत्म की जा चुकी हैं। इसी कड़ी में प्रशासन ने अब नज़रबंद नेताओं की पाबंदियों को भी खत्म करने की शुरूआत कर दी है, प्रशासन ने जम्मू क्षेत्र में नज़रबंद तमाम विपक्षी पार्टियों के नेताओं पर से पाबंदियां हटा लीं हैं।
 
 
इन नेताओं में नेशनल कांफ्रेंस के जम्मू के नेता और पूर्व मंत्री देवेंद्र राणा, एसएस सलाथिया, डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री लाल सिंह, कांग्रेस के नेता रमन भल्ला और पैंथर्स पार्टी के हर्षदेव सिंह के अलावा विकार रसूल, जावेद राणा और सज्जाद अहमद किछलू जैसे नाम शामिल हैं।
 
 
इन नेताओं को आर्टिकल 370 को निष्प्रभावी करने के बाद 5 अगस्त को स्थानीय पुलिस ने एहतियातन नजरबंद किया था। राज्य में लगातार बेहतर हालात के चलते सरकार ने ये एक और कदम उठाया है।
 
 
इस फैसले के बावजूद कश्मीर घाटी के नेताओं पर पाबंदियां बनी रहेंगी। लेकिन सूत्रों के मुताबिक नवंबर महीने तक कश्मीर के नेताओं पर से भी पाबंदियां हटाने की तैयारी है।
 
 
इस बीच जम्मू के नेताओं पर पाबंदियों को खत्म करने को राज्य में इस महीने होने वाले बीडीसी (ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल) के चुनावों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। जिसके लिए नामांकन भरने की आखिरी तारीख 9 अक्टूबर है। गौरतलब है कि राज्य में पहली बार बीडीसी स्तर के चुनाव होने जा रहे हैं। जिनके लिए राज्य के चुने गये पंच और सरपंच वोट करेंगे।