मौलाना फजलुर्रहमान ने इमरान खान को दिया 2 दिन का वक्त, कहा- इस्तीफा दो, वरना पीएम हाउस में घुसकर गिरफ्तार कर लेंगे
   02-नवंबर-2019

 
 
पाकिस्तान में आंतरिक राजनीतिक हालात गृह युद्ध स्तर तक बदतर हो चले हैं। इस्लामाबाद में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (फजल) के लाखों कारकून इमरान खान के इस्तीफे को लेकर धरने पर बैठे हैं। जिसमें पहले दिन पाकिस्तान की अन्य विपक्षी पार्टियों पीपीपी, पीएमएल-एन ने भी शिरकत की। शाम को मौलाना फजलुर्रहमान ने इमरान खान पर चुनावों में धांधली का आरोप लगाते हुए इस्तीफे की मांग दोहराई, मौलाना ने चेतावनी देते हुए कहा कि वो इमरान खान को 2 दिन का वक्त देते हैं। इस्तीफा दे दें, वरना धरने में शामिल कारकून पीएम हाउस में घुसकर उनको गिरफ्तार कर लेंगे और खुद कुर्सी से उतार देंगे।
 
 
अपने भाषण में मौलाना फजलुर्रहमान ने पाकिस्तानी आर्मी पर भी जमकर निशाना साधा। उन्हें राजनीति से दूर रहने की सलाह दी। मौलाना की इस धमकी के बाद इमरान खान सरकार और आर्मी में हलचल मच गयी। इमरान खान के मंत्रियों ने धरने के खिलाफ सख्ती बरतने की धमकी भरे संदेश जारी करने शुरू कर दिये हैं।
 
 
 
 
 
 
जिसके बाद आर्मी के प्रचार विंग आईएसपीआर ने बयान जारी कर मौलाना से कहा कि वो मुल्क में किसी तरह के हालात करने की इजाजत नहीं देंगे। मौलाना ने Establishment पर इमरान खान के लिए चुनाव में धांधली कराने के आरोप लगाये थे। इस पर आर्मी ने पूछा है कि मौलाना बताये कि Establishment से उनका क्या मतलब है कि आर्मी या चुनाव आयोग।
 
 
 
 
इमरान सरकार और आर्मी की तरफ से बयान के बाद मौलाना फजलुर्रहमान ने जवाब दिया है वो इमरान खान का इस्तीफा लिये बगैर पीछे नहीं हटने वाले। मौलाना ने आर्मी को फिर से स्पष्ट चेतावनी दी है कि वो राजनीति से दूर रहें। राजनीति उनका काम नहीं है, वो डेमोक्रेसी में दखल न दें।
 
 
 
 
जाहिर है मौलाना फजलुर्रहमान किसी तरह से पीछे हटने को तैयार नहीं है। लिहाजा बनी गाला (इमरान खान के घर) में माहौल बेहद संजीदा बना हुआ है। क्योंकि मौलाना के धरने को खत्म करने की उनकी तमाम चाल नाकामयाब रही हैं। आर्मी के कई बड़े अधिकारी भी मौलाना के धरने का गुपचुप तरीके से समर्थन कर रहे हैं और कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं।
 
 
ऐसे में जानकार मान रहे हैं कि अगर हालात और बिगड़े तो आर्मी मौके का फायदा उठाकर मार्शल लॉ भी लगा सकती है।