“देश के नागरिकों का एक रजिस्टर नहीं होना चाहिए, क्या देश धर्मशाला की तरह चलना चाहिए?”- गृहमंत्री अमित शाह
   27-नवंबर-2019

 
टीवी न्यूज़ चैनल रिपब्लिक के समिट में अर्नब गोस्वासी के सवालों का जवाब देते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि एनआरसी पूरे देश में लागू किया जायेगा। अमित शाह ने कहा कि- “जो पार्टियां NRC का विरोध कर रही हैं मैं उनसे देश की जनता के सामने पूछना चाहता हूं कि क्या देश के नागरिकों का एक रजिस्टर नहीं होना चाहिए, क्या देश धर्मशाला की तरह चलना चाहिए?”
 
एनआरसी के मुद्दे को लेकर ममता बनर्जी के विरोध पर अमित शाह ने जवाब दिया कि- मैं ममता बनर्जी को क्या कहना है, ये तय नहीं कर सकता। वो एक पार्टी की मुखिया हैं और एक राज्य की मुख्यमंत्री हैं। ये उन्हें तय करना है, लेकिन मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि एनआरसी पूरे देशभर में लागू होगा।
 
 
पश्चिम बंगाल के चुनाव और एनआरसी के मुद्दे पर भी अमित शाह ने कहा कि- “इसका पश्चिम बंगाल के चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है।
 
 
NRC में हिन्दू-मुसलमान का कोई भेद नहीं है, Citizenship amendment Bill हम ला रहे हैं, जिसके अंदर सिर्फ हिन्दू नहीं बल्कि बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से जो हिन्दू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और क्रिश्चियन शरणार्थी आएं हैं उन्हें हम नागरिकता देंगे।“
 
 
इससे पहले कार्यक्रम में बात करते हुए गृहमंत्री ने श्री राम मंदिर के निर्माण को लेकर स्पष्ट किया कि- “राम मंदिर मामले में अब कोई अड़चन नहीं है, सर्वोच्च न्यायालय ने सरकार को सभी प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए 90 दिन का समय दिया है, हम 91 दिन नहीं होने देंगे।…
 
 
…राम मंदिर मामले को सुलझाने में सबसे बड़ी बाधा कांग्रेस बनी थी। मैं मानता हूं कि वोटबैंक के लिए इतने संवेदनशील मुद्दे को इतने वर्षों तक लटकाया गया।…
 
 
…2014 के चुनाव में भी कांग्रेस ने कहा था कि इसे चुनाव के बाद करिए। 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले भी कांग्रेस के नेता कपिल सिब्बल ने कहा था कि इसे चुनाव के बाद करना चाहिए।”
 
 
नई दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम में गृहमंत्री ने आर्टिकल 370 पर भी तमाम सवालों के जवाब दिये। जिस पर अमित शाह ने अग्रलिखित जवाब दिये-
 
 
“जो लोग कहते हैं कि चर्चा का समय नहीं दिया, इससे मैं पूर्णतः असहमत हूं। 370 पर देश 70 साल से चर्चा ही कर रहा है, दो पक्ष थे एक जो इसे हटाना चाहता था और दूसरा जो इसे हटाना नहीं चाहता था।“

“देश 70 साल से अनुच्छेद 370 पर चर्चा ही कर रहा था। जब से धारा 370 आयी तब से, पहले जनसंघ और फिर भाजपा का ये प्राइम एजेंडा रहा कि हम 370 को हटाएंगे। ये देश के लिए ठीक नहीं है। देश में दो प्रधान, दो निशान और दो संविधान चल नहीं सकते।“

“आज भी जम्मू कश्मीर में इतने ही सुरक्षा बल तैनात हैं, जो 1990 से वहां तैनात हैं। जो अतिरिक्त सुरक्षा बल वहां तैनात किये गए थे, उन्हें हटा लिया गया है ।“

“370 और 35ए से कश्मीर के लोगों को स्वतंत्र राज्य मिलेगा, ऐसी भ्रांति पाकिस्तान ने फैलाई और इस भ्रांति के आधार पर वहां के युवाओं को गुमराह किया, उनके हाथ में हथियार पकड़ाए और आतंकवाद की जम्मू कश्मीर में एन्ट्री हुई।“

“पूरी दुनिया जानती है कि भारत में आतंक फैलाने का षड़यंत्र पाकिस्तान कर रहा है। अब पाकिस्तान पूरे देश में आतंकवाद फैलाने की कोशिश कर रहा है।“