आतंकी हमले के बावजूद जम्मू कश्मीर के गांवों में पूरे जोश के साथ बेखौफ जारी है “बैक-टू-विलेज” प्रोग्राम, उप-राज्यपाल के साथ हज़ारों अधिकारियों ने जमाया गांव में डेरा
   30-नवंबर-2019

 
जम्मू-कश्मीर में बैक टू विलेज-2 प्रोग्राम के आखिरी दिन सरकारी अधिकारियों ने अलग-अलग ग्राम पंचायतों में जाकर ग्रामीणों से मुलाकात कर रहे है। 25 नवंबर से शुरू हुये इस 6 दिवसीय प्रोग्राम में उपराज्यपाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने 20 जिलों के अलग-अलग ग्राम पंचायत का दौरा किया और ग्रामीणों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना है। साथ ही उसके समाधान का हल भी निकाला है। आतंकियों ने लगातार इस प्रोग्राम को रोकने की नाकाम कोशिश की, प्रोग्राम को रोकने के लिये आतंकियों ने आतंकी घटनाओं को भी अंजाम दिया था। लेकिन इसके बावजूद उपराज्यपाल सहित अन्य अधिकारियों का मनोबल नहीं टूटा, उन्होंने पूरे ईमानदारी और जोश के साथ ग्रामीणों से मुलाकात की और ध्यान पूर्वक उनकी समस्याओं को सुना साथ ही उनसे अनेकों मुद्दों पर बातचीत की। अभी हाल ही में आतंकियों ने बैक टू विलेज प्रोग्राम को रोकने के मकसद से अनंतनाग के पंचायत घर पर ग्रेनेड से हमला किया था, जिसमें सरपंच सहित एक अन्य सरकारी अधिकारी की मौत हो गयी थी। लेकिन आतंकियों के इस कायराना हरकत ने भी अधिकारियों का मनोबल नहीं तोड़ सका। संवेदनशील क्षेत्रों सहित अलग-अलग ग्राम पंचायत के ग्रामीण भी अधिकारियों से मिलकर खुश दिखे। उन्होंने अधिकारियों से मिलकर अपनी दैनिक जीवन में होने वाली समस्याओं के बारे में भी बताया। वहीं अधिकारी भी बेखौफ होकर संवेदनशील क्षेत्रों सहित जम्मू-कश्मीर के विभिन्न ग्राम पंचायतों में जाकर स्थानीय लोगों से बातचीत की है।
 
क्या है बैक टू विलेज प्रोग्राम
 
 
जम्मू-कश्मीर में पंचायती राज को मजबूत बनाने के उद्देश्य से बैक टू विलेज कार्यक्रम की शुरूआत की गयी थी। पहली बार बैक टू विलेज कार्यक्रम का आयोजन 20 जून से 27 जून तक किया गया था। जिसके तहत राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने ग्राम पंचायतों में जाकर ग्रामीणों से मुलाकात की थी और उनकी समस्याओं को सुना था। वहीं बैक टू विलेज प्रोग्राम -2 का आयोजन 25 नवंबर से 30 नवंबर तक किया गया है। इस बार उपराज्यपाल सहित अन्य अधिकारियों ने बहुत बड़ी संख्या में ग्राम पंचायतों का दौरा किया और ग्रामीणों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना और अनेकों मुद्दों पर उन्हें सलाह दी है। ग्रामीणों ने भी तहे दिल से गांव में अधिकारियों का स्वागत किया है।


 
 
 
वहीं उपराज्यपाल गिरीश चंद्र ने घोषणा की है कि अनंतनाग में आतंकी हमले में मारे गये सरपंच और सरकारी अधिकारी को जम्मू-कश्मीर सरकार 30 लाख रुपये की मदद राशि देगी।
 
 
 
 
सूचना विभाग के सांस्कृतिक विंग द्वारा किश्तवाड़ में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया था।
 

 
जम्मू-कश्मीर के प्रिंसिपल सेक्रेटरी रोहित कंसल ने उधमपुर के ग्रामीणों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना है।
 

 
 
बैक टू विलेज प्रोग्राम के तहत वन सचिव आयुक्त ने झज्जर कोटली में स्थानीय प्राथमिक स्कूल के बच्चों को स्कूल की वर्दी दी और विकलागों को व्हील चेयर वितरित किया था।

 
 
उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने बडगाम में ग्रामीणों और दुकानदारों से मुलाकात की