पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर को लेकर कर रहा भ्रम पैदा, करतारपुर जाने वाले श्रद्धालुओं के पास पासपोर्ट होना जरूरी – विदेश मंत्रालय
   07-नवंबर-2019

 
 
पाकिस्तान करतापुर जाने वाले श्रद्धालुओं के मन में भ्रम पैदा कर रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि करतारपुर साहिब गुरुद्वारे जाने वाले सभी भारतीय श्रद्धालुओं के पास पासपोर्ट होना आवश्यक है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान, उनकी सेना और पाकिस्तान विदेश मंत्रालय भारतीय श्रद्धालुओं के लिये जरूरी दस्तावेजों को लेकर खुद ही भम्रित है और नये-नये बयान दे रहा है। लेकिन भारत दोनों देशों के बीच जो एमओयू साइन हुआ है, उसी के अनुसार चलेगा।
 
 
करतारपुर कॉरिडोर जाने के लिये पासपोर्ट होना आवश्यक
 
 
रवीश कुमार ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय दस्तावेज पर हस्ताक्षर हुये है। जिसके मुताबिक करतारपुर जाने वाले तीर्थयात्रियों के पास सभी दस्तावेज होना बेहद जरूरी हैं, जिसमें पासपोर्ट होने की भी बात है। उन्होंने कहा कि एमओयू में कोई एक तरफा संशोधन नहीं किया जा सकता है, इसके लिए दोनों पक्षों की सहमति आवश्यक है।
 
 
 
 
दरअसल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट करके कहा था कि भारत से करतारपुर आने वाले सिख तीर्थयात्रियों को पासपोर्ट की आवश्यकता नहीं होगी और गुरु नानक देव की 550वीं जयंती तथा उद्घाटन समारोह के दिन उनसे कोई शुल्क भी नहीं वसूला जायेगा। वहीं इमरान खान का विरोध करते हुये पाकिस्तानी सेना ने कहा कि सभी भारतीय श्रद्धालुओं के पास पासपोर्ट होना आवश्यक है। अब इमरान खान और पाकिस्तानी  सेना के बेतुके बयानबाजी से यह नहीं समझ आता कि पाकिस्तान की सरकार इमरान खान के हाथ में है  या पाकिस्तानी सेना के हाथ में है। 
 
 
 
प्रवक्ता रवीश कुमार ने कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान जाने के सवाल पर कहा कि करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन एक ऐतिहासिक कदम है। इस दौरान किसी एक व्यक्ति को महत्व देना कही से भी सही नहीं है।
 
 
 
 
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर से चिट्ठी लिखकर विदेश मंत्री एस जयशंकर से करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन में जाने की अनुमति मांगी है।
 
 
 
 
रवीश कुमार ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर पर पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी आधिकारिक वीडियो की हम निंदा करते है। वीडियो में खालिस्तानी आतंकी भिंडरावाले को दिखाना पाकिस्तान की शर्मनाक हरकत है, इसकी वजह से तीर्थयात्रियों की भावना को ठेस पहुंचा है। भारत इस वीडियो का कड़ा विरोध करता है।
 
 
 
 
भारत ने पाकिस्तान को साफ कर दिया है कि तीर्थयात्रा के आयोजन के दौरान किसी भी तरह के भारत विरोधी तत्वों के प्रचार-प्रसार की अनुमति नहीं मिलनी चाहिये। इसके अलावा भारत ने वीडियो से आपत्तिजनक सामग्री को हटाने की मांग की है।