J&K: अब तक सबसे बड़ा आतंकी हमला, क्या मोदी करेंगे सर्जिकल स्ट्राइक? जानिए कैसे और कहां बना हमले का प्लान?
   14-Feb-2019
 
 
 
पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने कश्मीर में अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले को अंजाम देकर एक बार फिर चुनौती दी है, भारत सरकार को, भारत की अवाम को। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी खुलेआम पाकिस्तान में रैलियां करते हैं और चुनौती देते हैं, जिसको नतीजा होता है सीआरपीएफ के 42 जवानों की शहादत। पाकिस्तान अपना वार कर चुका है, अब गेंद भारत के पाले में। क्या होगा हमारी हुकूमत का जवाब? विकल्प कुछ यूं है-
 
 
1. एक और सर्जिकल स्ट्राइक,
2. कश्मीर में ऑपरेशन आल आउट और तेज़
3. सिंधु-सतलुज नदी का पानी रोककर पाकिस्तान पर दबाव बनाना
4. अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक दबाव का सहारा
अब दारोमदार सिर्फ मोदी सरकार पर कि वो किस रूख को अख्तियार करते हैं।
 
 
 
 
 
बहरहाल शुक्रवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह जम्मू कश्मीर जायेंगे और एनआईए की टीम भी कल ही रवाना होगी। जोकि सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेगी।
 
 
 
जम्मू से श्रीनगर जा रहे सीआरपीएफ के काफिले में करीब 2500 जवान थे, जोकि बीती रात 3.30 बजे जम्मू से चले थे और गुरूवार शाम तक श्रीनगर पहुंचने वाले थे। श्रीनगर से करीब 30 किमी पहले अवंतीपोरा में जेैश आतंकी आदिल अहमद ने 200 किलो आईईडी विस्फोटक से भरी कार काफिले से टकरा दी। जिसमें कुल 42 जवान शहीद हो गये और करीब 40 घायल। ये जवान अपने घरों से छुट्टी मनाकर लौटे थे, और उनको कश्मीर में ड्यूटी पर लौटना था।
 
 
 
 
 कैसे बना प्लान
 
अब तक मिली खबरो को मुताबिक इस हमले का प्लान पाकिस्तान में बना था। पाकिस्तान के कराची में 5 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद की रैली भी हुई थी, जिसमें भारत में हमले के लिए आतंकियों की 7 टीमें रवाना की गई थी। 5 फरवरी को कराची रैली में जैश-ए-मोहम्मद के मौलाना मसूद अजहर के छोटे भाई और जैश के सरगना मौलाना अब्दुल रऊफ असगर ने भी इन हमलों का ऐलान किया था।
 
 
इस रैली में रऊफ असगर ने कहा था कि अगले साल एक बार फिर कश्मीर सॉलिडरिटी डे मानाएंगे तो दिल्ली दहल चुकी होगी। खबरों के मुताबिक इस रैली से जैश के फिदायीनों की 7 टीमें भारत के विभिन्न शहरों के लिए रवाना की गई थी। सूत्रों के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों ने भी इस बावत अलर्ट जारी कर आगाह किया था।
 
 
 
खबर ये भी है कि इस हमले को अंजाम देने वाला फिदायीन हमलावर आदिल अहमद ट्रेनिंग लेने एलओसी पार गया था। पीओजेके में जैश के कैंप में चीफ इंस्ट्रक्टर रह चुका अब्दुल रशीद गाजी ने इस हमले को अंजाम देने वाले आदिल अहमद डार को IED ब्लास्ट की ट्रेनिंग दी थी।
 
 
कौन है जैश-ए-मोहम्मद
जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान का जिहादी संगठन है जिसका मकसद कश्मीर को भारत से अलग करना है। इसकी स्थापना मौलाना मसूद अजहर ने की थी लेकिन वर्तमान में उसका भाई मौलाना रऊफ असगर जैश का मुखिया है। जैश-ए-मोहम्मद का नाम भारत में हुए कई आतंकी हमलों में आता रहा है। लेकिन साल 2002 में पाकिस्तान द्वारा जैश को प्रतिबंधित घोषित करने के बाद इसकी देश में इसकी गतिविधियों में कमी आई थी। जैश-ए-मोहम्मद का नाम भारत, अमेरिका और ब्रिटेन द्वारा जारी आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल है।