तुम्हारी शहादत व्यर्थ नहीं जाने दूँगा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रण
   16-Feb-2019

 
वीरगति को प्राप्त जवानों को प्रधानमंत्री ने दी भावभीनी बिदाई / श्रद्धांजली
 
बीती रात प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पुलवामा में आतंकवादियों के हमले में वीरगति को प्राप्त हुए 40 जवानों के शवों को दिल्ली में श्रद्धांजलि अर्पित की. उनके साथ वहाँ पर गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री श्रीमती निर्मला सीता रमन, भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी, कांग्रेस अध्यक्ष श्री राहुल गाँधी भी उपस्तिथ थे.
 

 
 
प्रधानमंत्री ने की सैनिकों की पार्थिव देह की परिक्रमा
 
यहाँ महत्वपूर्ण बात ये है की इससे पहले भी देश में हमारे जवान वीरगति को प्राप्त हुए हुए हैं, पर किसी प्रधानमंत्री ने वीरगति को प्राप्त शहीदों को इस प्रकार श्रद्धांजलि नहीं दी है. न केवल श्री नरेंद्र मोदी ने फूल चढ़ा कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये, बल्कि झुक कर, हाथ जोड़कर, बहुत विनम्रता से उन्होंने सभी ताबूत, जिनमें सैनिकों की पार्थिव देह थीं, उनकी परिक्रमा की, ठीक वैसे ही जैसे अंतिम संस्कार के समय की जाती है. इस दृश्य को देखने वालों की आँखें नम हो गयीं. प्रधानमंत्री की बॉडी लैंग्वेज में शोक और आक्रामकता दोनों थी
 
ये दृश्य शोकाकुल प्रधानमंत्री द्वारा सैनिकों के बलिदान के प्रति सम्मान को दर्शाता है, पर साथ ही ऐसा लगा मनो वे कह रहे हों की इन सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने दूँगा. उनके हाव- भाव में एक ओर असीम शोक और दर्द था, पर साथ ही उनकी बॉडी लैंग्वेज में एक प्रकार का आत्मविश्ववास का और आक्रामक रवैय्या भी था. ऐसा लग रहा था जैसे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री, अपने जवानों से हाथ जोड़ कर ये वादा कर रहे हों कि तुम पर हुए इस कायर हमले का मैं बदला लूँगा .
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राहुल ने यहां भी की बचकानी हरकत
 
जिस समय देश का शीर्ष नेतृत्व दिल्ली में अपने बलिदान हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा था. उस समय कांग्रेसी नेता राहुल गांधी अपने फोन पर व्यस्त थे. राहुल गांधी रक्षा मंत्री और गृह मंत्री के बगल में खड़े है हैं। रक्षा मंत्री और गृह मंत्री दोनों आंखें बंद कर जवानों को भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं वहीं राहुल गांधी अपने फोन पर कुछ टाइप करते हुए नजर आ रहे हैं. सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के इस रवैया की जमकर आलोचना हो रही है