सेना के अधिकारी का एक थप्पड़ भी सहन नहीं कर पाया था अजहर महसूद
   19-फ़रवरी-2019
 
 
 
भारत में दहशतगर्दी फैलाने वाले जैश- ए- मोहम्मद और आतंकवादियों का सरगना मसूद अज़हर खुद बहुत डरपोक है । हाल ही में सिक्किम के पूर्व डीजी अविनाश मोहनाने ने इस बात का खुलासा किया । 1994 में मसूद अज़हर कश्मीर के अनंतनाग में पकड़ा गया था । डी जी मोहनने उससे जेल में पूछताछ कर रहे थे।
 
मोहनने ने बताया कि जेल में सच उगलवाने के लिए मसूद अज़हर के साथ अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती थी । खुद को आई एस आई का बहुत महत्वपूर्ण आदमी बताने वाले मसूर अज़हर में किसी प्रकार का प्रेशर या प्रताड़ना झेलने की हिम्मत नहीं थी । पूछताछ के दौरान सेना के एक अधिकारी का एक थप्पड़ पड़ते ही वो सब बता देता था । मोहनने ने घंटों उस से पूछताछ की जिसमें सारी प्लानिंग, सारी ख़ुफ़िया जानकारी उसने दे दीं।
 
साथ ही पाकिस्तान में किस तरह आतंकवादी भर्ती किये जाते हैं, कैसे उनकी ट्रेनिंग होती है, और उनकी कौन सी गतिविधियां चल रही हैं, उसने सब कुछ थोड़ा सा दबाव बनाते ही सब उगल देता था 
 
बहुत सी महत्वपूर्ण जानकारी, जैसे किस तरह हरकत-उल- मुजाहिदीन और हरकत -उल-जिहाद-ए -इस्लामी मिलकर हरकत - उल - अंसार बन गए हैं, कैसे आई एस आई नए आतंकियों की भर्ती करते हैं, उनको ट्रेनिंग देती है, अफगानिस्तान से आतंकवादी कश्मीर आते हैं, ऐसी कई ख़ुफ़िया जानकारी उसने दे दीं।
 
सोचनेवाली बात यहाँ ये है, कि जो आदमी खुद को आतंकवादियों का सरगना कहता है, नौजवानों को आतंकवादी बनाकर उनको फिदायीन आत्मघाती हमले में खुद को मार डालने के लिए ब्रेनवाश करता है, वो खुद एक थप्पड़ तक सहन नहीं कर सकता । खुद को सुरक्षित रख दूसरों के जीवन से खिलवाड़ करने वाले डरपोक मसूद अज़हर पर धिक्कार है।