#ICJ कुलभूषण जाधव के खिलाफ पाकिस्तान ने पेश किये द क्विंट, करण थापर और प्रवीण स्वामी की रिपोर्ट के सबूत
   19-फ़रवरी-2019
 
 
 
इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में पाकिस्तान ने अपना पक्ष रखा। जिसमें कुलभूषण को रॉ एजेंट साबित करने के लिए पाकिस्तान के एडवोकेट खावर कुरैशी ने कुछ ऐसे कथित सबूत पेश किये, जोकि चौंकाने वाले थे। अपने पक्ष रखते हुए खावर कुरैशी ने द क्विंट, इंडियन एक्सप्रेस में करण थापर और फ्रंटलाइन में छपे प्रवीण स्वामी की न्यूज रिपोर्ट को सबूतों के तौर पर पेश किया। पाकिस्तान के मुताबिक खुद इंडियन मीडिया ने साबित किया है कि कुलभूषण जाधव एक इंडियन एजेंट था। सबसे पहले पाकिस्तान ने 27 अप्रैल 2017 को इंडियन एक्सप्रैस में छपे करण थापर के आर्टिकल का हवाला देते हुए कहा कि करण थापर ने खुद भारत के विदेश मंत्रालय पर सवाल खड़े किये थे। देखिए स्क्रीनशॉट-
 
 
दूसरे कथित सबूत के तौर पर थावर कुरैशी ने फ्रंटलाइन मैगज़ीन में जनवरी 2018 के संस्करण में छपे प्रवीण स्वामी की रिपोर्ट का हवाला दिया। जिसमें प्रवीण स्वामी ने साबित करने की कोशिश की है कि कैसे रॉ ने कुलभूषण को एंजेट बनाकर भेजा।
 
इसके बाद पाकिस्तान ने द क्विंट में 5 जनवरी 2018 को छपे चंदन नंदी की रिपोर्ट को सबूत के तौर पर पेश किया। जिसमें साफतौर पर कुलभूषण को रॉ एजेंट घाषित किया गया है।
 

 
 
 
हालांकि पूरे आर्ग्यूमेंट में पाकिस्तान कोई और ठोस सबूत नहीं दे सका, जो ये साबित करे कि कुलभूषण जाधव एक इंडियन एजेंट है। अपना पक्ष कमज़ोर जानकर ही पाकिस्तान ने आज पहले कोर्ट में केस की सुनवाई की तारीख आगे बढ़वाने की कोशिश भी की थी। पाकिस्तान ने कोर्ट से अपील की थी कि उनके अतिरिक्त जज तस्सदुक जिलानी को हार्ट अटैक हुआ है, लिहाजा आज सुनवाई न हो। लेकिन इंटरनेशनल कोर्ट ने उनकी अनुपस्थिति में ही पाकिस्तान को पक्ष रखने को कहा। जाहिर है पाकिस्तान सोमवार को भारत द्वारा रखे गये मजबूत पक्ष के खिलाफ अपना मजबूत आर्ग्यूमेंट तैयार नहीं कर पाया। ले देकर उसके पास सहारा बचा इंडियन मीडिया का। जिसका पाकिस्तान ने खुलकर इस्तेमाल किया।
 
 
ये पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान इंडियन मीडिया की रिपोर्ट्स को भारत के ही खिलाफ इस्तेमाल कर रहा है। पुलवामा हमले के बाद कश्मीरियों पर हमले की इंडियन मीडिया की रिपोर्ट्स का हवाला देकर पाकिस्तान सोशल मीडिया पर पूरी दुनिया और अपने ही देश में पुलवामा आतंकी हमले को जस्टिफाई करने में जुटा है।