एक कश्मीरी लड़की की ISIS स्टाइल हत्या पर चुप क्यों हैं लूटियंस-लिबरल्स !
   02-Feb-2019
 
 
48 घंटों से ज्यादा वक्त बीत चुका है देशभर में एक कश्मीरी लड़की की आतंकियों द्वारा ISIS स्टाइल हत्या का वीडियो वायरल हुए। 25 साल की लड़की का नाम इशरत मुनीर है, जो साउथ कश्मीर के डेंजरपोरा पुलवामा की रहने वाली थी। इशरत को पाकिस्तानी आतंकियों ने शरिया कानून के तहत सज़ा देने का दावा किया है। हैरानी की बात ये नहीं है कि साउथ कश्मीर में पाकिस्तानी अपना शरिया निजाम स्थापित करने की कोशिश में लगे हैं। जिसकी आहट लगातार तेज़ होती जा रही है।
 
लेकिन ज्यादा हैरान करने वाली बात ये है कि देशभर के तमाम लिबरल्स पत्रकारों, एक्टिविस्टों में एक मुर्दा शांति है। हर कोई चुप है, किसी ने एक मुस्लिम कश्मीरी लड़की की हत्या पर चूं तक नहीं की है। एक आतंकी की हत्या पर सैंकड़ों ट्वीट छापने वाले राजदीप सरदेसाई, बरखा दत्त, रवीश कुमार, निधि राजदान और शेहला रशीद जैसे एक ट्वीट तो दूर कश्मीर की बात तक नहीं की है।
 
 

 
आतंकियों के डर से आम कश्मीरी भी सहमें हुए है, तमाशबीन बनें हुए हैं
 
 
 
 
 
 
 
आखिर लूटियन लिबरल्स चुप क्यों हैं, इसकी कुछ ये वजहें हो सकती हैं-
 
1. पहली वजह, या तो वो इस हत्या को जायज मानते हैं, आतंकियों की कथित मुखबिरी का सज़ा हत्या को वो सही मानते हैं।
 
2. दूसरी वजह, या फिर वो ये मानते हैं कि कश्मीर में आतंकवाद के खात्मे का सपना आम कश्मीरी को देखने का हक नहीं है, जिसने देखा उसका हश्र यहीं होना चाहिए।
 
3. तीसरी वजह, Image Consciousness. इन लिबरल्स को कश्मीरी लड़की की मौत का दुख तो है लेकिन उसकी निंदा करने से आतंकियों और अलगाववादियों के बीच उनका जनाधार/दुकानदारी कम हो जायेगी।
 
4. चौथी वजह, लिबरल्स तक ये खबर पहुंची ही नहीं। ये बात सौ फीसदी असंभव दिखायी देती है। जिस न्यूज बिजनेस में वो हैं। वहां ऐसी खबर उन तक न पहुंचे, जोकि पूरे देश को झकझोर चुकी है, जिसकी निंदा पूरा जम्मू कश्मीर कर रहा है। ऐसा संभव ही नहीं है।
 
5. उनके एजेंडा-पॉलिटिक्स में ये खबर फिट नहीं बैठती..लिहाजा इशरत की खबर को जानबूझकर नजरअदांज किया जा रहा है।
 
चुप्पी की वजह चाहे जो भी हो लेकिन है खतरनाक, जोकि लिबरल्स की सच्चाई और एजेंडे को ही उजागर कर रही है।