पाकिस्तान में धर्मांतरण और जबरन शादी का गंदा खेल जारी, एक और हिंदू नाबालिग बनी शिकार
   20-फ़रवरी-2019
 
 
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदओं पर अत्याचार नयी बात नहीं है। लेकिन इमरान खान सरकार के बाद पाकिस्तान में नाबालिग हिंदू लड़कियों को अगवा करने, जबरन इस्लामी धर्मांतरण कर उनकी शादी करा देने की वारदातों में खासी बढ़ोत्तरी हुई है। ताज़ा मामला कराची का है, जिसमें एक 14 साल की हिंदू नाबालिग का अपहरण कर जबरन शादी कराने का मामला सामने आया है। पीड़िता का नाम कोमल मेघवार है, जिसेल 27 जनवरी 2019 को कराची के गोलीमार एरिया से किडनैप किया गया। इसके बाद 5 फरवरी को कोमल को जबरन इस्लाम में धर्मांतरण करा उसकी शादी एक 40 साल के मुस्लिम से करा दी गयी।
 
 
हालांकि इस दौरान कोमल के घरवाले पुलिस और स्थानीय प्रशासन के चक्कर लगाते रहे लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी। जबरन शादी कराने के बाद ही 15 फरवरी को कराची पुलिस ने शिकायत पत्र स्वीकार किया। जिसके आधार पर अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की गयी है।
 

 
 
कराची पुलिस में दी गयी शिकायत की कॉपी
 
 
कोमल मूलत: सिंध प्रोविंस के टंडो अल्लाहयार शहर की रहने वाली है। सिंध के कानून चाइल्ड मैरिज रिस्ट्रेंट एक्ट के मुताबिक ये कानूनन अपराध है। जबकि 18 साल की उम्र के लिहाज से भी ये शादी अवैध है। जबकि कोमल के स्कूली सर्टिफिकेट्स के मुताबिक उसकी उम्र अभी 14 साल ही है। लेकिन पुलिस और प्रशासन की मिली भगत से पाकिस्तान में खुलेआम ये जबरन धर्मांतरण का खेल खेला जा रहा है।
 

 
 
कोमल मेघवार के बर्थ सर्टिफिकेट की कॉपी 
 
इससे पहले जनवरी महीने में ही सिंध प्रांत में एक और नाबालिग हिंदू लड़की अनूषा मेघवार को अगवा करने और जबरन धर्मांतरण कराकर शादी करने का मामला सामने आया था। उस पर भी अभी तक कार्रवाई नहीं हो पायी है।
 
 
 
साल में 1000 बच्चियों का होता है अपहरण और जबरन धर्मांतरण
 
 
पाकिस्तान की सोशल मीडिया पर इसकी खबर आने के बाद भी पाकिस्तान की सरकार ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। जबकि पाकिस्तान के पीएम हर तीसरे भाषण में नये पाकिस्तान को मदीना की रियासत की तर्ज पर बनाने का दावा करत रहते हैं, जहां अल्पसंख्यकों को बराबरी के पूरे हकूक मिलेंगे। लेकिन हकीकत और चौंकाने वाली है..
 
 
रिसर्च के मुताबिक इन बच्चियों की उम्र 12-25 साल के बीच हैं। हालाकिं इनमें ज्यादातर लड़कियां क्रिश्चियन हैं, रिसर्च के मुताबिक प्रति 100 पीड़ित लड़कियों में अनुपात 70:30 का है, यानि 70 फीसदी क्रिश्चियन और 30 फीसदी हिंदू।
 
 
 
 
 अगवा कर शादी किये जाने की शिकार अनुषा मेघवार की उम्र महज 16 साल है
 
 
मूवमेंट फॉर सोलिडरिटी एंड पीस की एक रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में एक साल में 1000 से ज्यादा लड़कियों का अपहरण हो रहा है, उसके बाद उनका जबरन धर्मांतरण कर उनकी शादी मुस्लिम लड़कों से करा दी जाती है। इसमें से ज्यादातर मामलों में शादी उम्रदराज मुस्लिमों से कराये जाने की रिपोर्ट है। पाकिस्तान के जबरन धर्मांतरण के इस खेल में स्थानीय प्रशासन की पूरी मिलीभगत है, सभी पैसे और इस्लामिक शवाब कमाने के लिए जबरन धर्मांतरण में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।