पत्थरबाज़ों ने घायल जवान को टाइम पर नहीं पहुंचने दिया था अस्पताल, शहीद
   21-फ़रवरी-2019
 
 
 
साउथ कश्मीर में एनकाउंटर के दौरान पत्थरबाज़ आतंकियों की ढाल बनकर खड़े होते हैं। जोकि सुरक्षाबलों के लिए अक्सर जानलेवा साबित होती है। 12 फरवरी को रत्नीपोरा, पुलवामा एनकाउंटर में पत्थरबाज़ों ने ऐसी ही कायराना हरकत को अंजाम दिया था। जिसमें पत्थरबाज़ों न सिर्फ 2 आतंकियों को भगाने में कामयाब रहे बल्कि एनकाउंटर में बुरी तरह घायल पैरा कमांडो संदीप कालीरमन को टाइम से अस्पताल नहीं पहुंचने दिया। संदीप को गर्दन और हाथ में एक-एक और पैर में 2 गोलियां लगी थीं। संदीप को टाइम पर अस्पताल पहुंचाना बहुत ज़रूरी था। लेकिन पत्थरबाजों ने तमाम रास्तों को रोक रखा था। संदीप के करीबियों के मुताबिक घायल होने के 2 घंटे बाद श्रीनगर के बादामीबाग अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां संदीप को आईसीयू में भरती कराया गया, लेकिन करीब एक हफ्ते अस्पताल में ज़िदगी और मौत के बीच जूझने के बाद आखिरकार संदीप शहीद हो गये।
 
 
संदीप ने 2005 में आर्मी ज्वाइन की थी, वो फिलहाल 10 पैरा, स्पेशल फोर्सेस में तैनात थे। 13 साल के करियर में संदीप ने 3 बार जम्मू कश्मीर में पोस्टिंग हुई थी। इस बार की पोस्टिंग जल्द कुछ दिनों में खत्म होने वाली थी। 15 फरवरी को एक महीने की छुट्टी पर घर आने वाले थे।
 
 
33 साल के संदीप फरीदाबाद, हरियाणा के अटाली गांव के रहने वाले थे, उनके पीछे अब उनकी पत्नी गीता, 6 साल की बच्ची लावन्या, 2 साल के टविन्स रक्षित और रशित रहे गये हैं। संदीप के पिता मैनपाल किसान हैं और मां गृहिणी। जो इस वक्त सभी श्रीनगर अस्पताल में थे।
 

 
श्रीनगर में शहीद संदीप को श्रद्धांजलि देते आर्मी ऑफिसर 
 
शहीद संदीप के चचेरे भाई के मुताबिक – संदीप सातवीं कक्षा में था, जब अटाली गांव का ही एक जवान कारगिल में शहीद
 हुआ था। जब संदीप ने आर्मी ज्वाइन करने की कसम खाई थी। संदीप ने अपनी कसम निभाई और देश के लिए सर्वोच्च
बलिदान देकर हमेशा के लिए अमर हो गये।
 

 

 
रत्नीपोरा, पुलवामा एनकाउंटर
 
 
साउथ कश्मीर के पुलवामा में 12 फरवरी को रात करीब 3 बजे सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी, कि पुलवामा के रत्नीपोरा एरिया में एक रिहायशी मकान में 2-4 आतंकी छिपे हुए हैं। इसके बाद करीब साढ़े तीन बजे राष्ट्रीय रायफल, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस की एसओजी के जवानों की ज्वाइंट टीम ने इलाके को घेर लिया।
 
 
इस एनकाउंटर में हिज्बुल मुजाहिदीन का एक आतंकी हिलाल अहमद को ढेर कर दिया गया। हिलाल अहमद जोकि बेगमबाग, काकापोरा का रहने वाला था, जोकि पिछले एक साल से पुलवामा में आतंकी वारदातों में शामिल था।
 

 
 रत्नीपोरा एनकाउंटर में मारा गया आतंकी हिलाल अहमद
 
इसके बाद एनकाउंटर में 50 आरआर के 2 और 10 पैरा के कमांडो संदीप घायल हो गये थे। जिन्हें बादामीबाग, श्रीनगर के अस्पताल में भरती कराया गया। यहां 50 आऱआऱ के हवलदार बलजीत सिंह को बचाया नहीं जा सका है। जबकि 50 आरआर के जवान चंद्रपाल और 10 पैरा कमांडो संदीप की हालत स्थिर शुरुआत में स्थिर बतायी जा रही थी।