गिरफ्तारियों के बाद अलगाववादी दे रहे हैं हालात बिगाड़ने की धमकी, अफरातफरी के बीच श्रीनगर में धारा 144 लागू, ज़रूरी सामान खरीदने के लिए लगीं लंबी कतारें
   23-फ़रवरी-2019
 
 
कश्मीर में पिछले 24 घंटों में कई अलगाववादी नेताओं को हिरासत में लिया गया। जिसके बाद बाकी बचे पाकिस्तान परस्त अलगाववादियों ने घाटी में हालात बिगाड़ने की धमकी दे रहे हैं। इस बीच सुप्रीम कोर्ट में आर्टिकल 35ए की सुनवाई और उसको हटाने की अफवाहें फैलाई जा रही हैं। जबकि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई अभी तक तय नहीं है। लेकिन अलगाववादी आतंकवाद और पाकिस्तान से ध्यान भटकाकर आर्टिकल 35ए के बहाने घाटी में माहौल भड़काने में लगे हैं। जिसको लेकर अलगाववादी मीरवाइज उमर फारूख और सैयद अली शाह गिलानी समेत अलगाववादी नेताओं ने संडे को बंद का ऐलान किया है। जिसको देखते हुए प्रशासन ने श्रीनगर के 5 थानों की ज्यूरीडिक्शन में सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी गयी है। ये थाने हैं रैनावारी, खन्यार, नौहट्टा, एमआर गंज और सफा कदल। 
 
 
 
अफवाहों के बीच नतीजा ये है कि बाज़ार में खाने-पीने के ज़रूरी सामान को इकठ्ठा करने में लगे हैं। , पेट्रोल पंप पर लंबी कतारें देखी जा रही हैं।
 


 
 
इसके देखते हुए जम्मू कश्मीर प्रशासन पूरी तैयारी में है। फूड सप्लाई डिपार्टमेंट ने तमाम वेंडरों को संडे को भी दाल-चावल जैसे तमाम फूडग्रेन आयटम की सप्लाई जारी रखने के आदेश दिये हैं।
 
 

जबकि और डायरेक्टरेट ऑफ हेल्थ सर्विसेस ने भी दवाईयों और सर्जरी से संबंधित ज़रूरी सामान की सप्लाई जारी रखने का निर्देश दिया है।
 

 
इसके साथ ही जम्मू कश्मीर प्रशासन ने कश्मीर डिवीजन के तमाम सरकारी अस्पतालों और डिस्पेंसरी में तमाम हेल्थ केयर सर्विस बिना किसी बाधा के जारी रखने का आदेश दिया है। 
 
 


 
लॉ एंड ऑर्डर को देखने के लिए कश्मीर घाटी में Static Guard ड्यूटी बीएसएफ और आईटीबीपी को सौंप दी गयी है। जबकि सीआरपीएफ को घाटी में लॉ एंड ऑर्डर को दुरूस्त रखने में इस्तेमाल किया जायेगा।