क्या सरकार लगायेगी हुर्रियत पर बैन? बीती रात भी जारी रही अलगाववादियों की धरपकड़
   24-फ़रवरी-2019
 
पिछले 48 घंटों से सरकार ने कश्मीर में पनपे अलगाववाद की कमर तोड़ कर रख दी है। बीती रात भी अलगाववादी और कट्टरपंथी नेताओं की गिरफ्तारी जारी रही। हालांकि इन गिरफ्तारियों की आधिकारिक जानकारी नहीं दी जा रही है। लेकिन सूत्रों के मुताबिक बीती रात दर्जन भर पाकिस्तान की भाषा बोलने वाले इस्लामिक संगठनों के लीडर्स को हिरासत में लिया गया। इस बीच खबर है कि केंद्र सरकार हुर्रियत पर बैन लगा सकती है, लिहाजा उससे पहले सरकार नेताओं को गिरफ्तार कर रही है।
 
चूंकि आज मीरवाइज उमर फारूख और गिलानी ने बंद का ऐलान किया था। लिहाजा श्रीनगर के 5 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी गयी है और अफवाहों पर रोक लगाने के लिए इंटरनेट की 3G/4G सर्विस बंद कर दी गयी है। घाटी में गिरफ्तारियों और अतिरिक्त सुरक्षाबलों को लगाये जाने से अफवाहों का बाज़ार गर्म है।
 
 
 
कभी पाकिस्तान से युद्ध शुरू होने की अफवाह उड़ाई जा रही है।
 
कभी अलगाववादी नेता शब्बीर शाह की जेल में हत्या की।
 
तो कभी आर्टिकल 33ए हटाये जाने की अफवाह उड़ाई जा रही है।
 
हालांकि राज्यपाल सत्यपाल सिंह ने कई पत्रकारों से बात कर इन तमाम खबरों का खंडन किया।
 
 
 
 
लेकिन घाटी के नेता माहौल को और गर्म रखने के लिए आग में घी का काम कर रहे हैं। नेता ट्वीटर के जरिये अफवाहों को हवा दे रहे हैं।



महबूबा मुफ्ती के ट्वीट
 
 
 
जिसका नतीजा ये है कि लोग खाने-पीने का सामान, पेट्रोल-डीजल और दवाईयों का स्टॉक जमा करने के लिए लंबी कतारों में लगे हैं।