जानिये भारतीय वायु सेना का लड़ाकू विमान मिराज 2000 की खूबियां जिसने बीती रात पाकिस्तान में घुस कर जैश ए मोहम्मद के 200 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया।
   26-फ़रवरी-2019

 
 
मिराज -2000 भारतीय वायु सेना के सबसे घातक और आधुनिक विमानों में से एक है। यह विमान हर मौसम में उड़ान भरने में सक्षम है, बिजली की तेज़ी से उड़ान भरने की खासियत के लिए इसका नाम वज्र रखा गया गया जिसका अर्थ है तूफानी बिजली। 2015 में मिराज 2000 को विकसित किया गया और इसे मिराज 2000(i) में तब्दील किया गया। इस विकसित रूप में ये विमान पहले के मुकाबले ओर भी मजबूत और आधुनिक हो गया। नए रेडार , नया कवच और सबसे ख़ास बदलाव था इसमें आधुनिक हथियारों को लगान जिससे इस विमान की मारक क्षमता कई गुना बढ़ गयी।
 
दुनिया के सबसे अच्छे लड़ाकू विमानों की लिस्ट में 'मिराज-2000' दसवें नंबर पर है. इसकी पहली उड़ान 10 मार्च 1978 को हुई थी
 
भारतीय सेना के पास मौजूद मिराज-2000 विमान एक सीट वाला फाइटर जेट है. इसका निर्माण 'डसॉल्ट मिराज एविशन' ने किया है. मिराज- 2000 फाइटर जेट को 1980 के दशक में फ्रांस से खरीदा गया था.
 
 
यह विमान एक घंटे में 2495 किलोमीटर की दूरी तय करने में सक्षम है. मिराज एक फ्रेंच बहुउपयोगी फोर्थ जेनरेशन का सिंगल इंजन लड़ाकू विमान है.
 
- इसकी रेंज 1480 किमी है यानी एक बार में 1480 किमी दूर तक दुश्मन के ठिकानों पर बमबारी कर सकता है. डसॉल्ट मिराज 2000 हवा से सतह पर मिसाइल और हथियार से हमला करने के साथ-साथ लेजर गाइडेड बम (LGB) दागने में भी सक्षम है.
 
- भारतीय वायु सेना के पास 50 'मिराज-2000' हैं. इस हमले में एयरफोर्स ने 12 विमानों का इस्तेमाल किया है. पिछले दिनों भारतीय सरकार ने इन विमानों के अपग्रेडेशन के लिए फ्रांस की डसॉल्ट एविएशन के साथ करार किया था, जिसके तहत कुछ विमानों का अपग्रेडेशन हो गया. अपग्रेडशन के बाद ये विमान पहले से ज्यादा ताकतवर हो गए हैं.
 
 
- यह विमान जमीन पर भारी बमबारी करने के साथ ही हवा में मौजूद दूसरे प्लेन्स को भी निशाना बनाने में सक्षम है. 21 मई, 2015 को मिराज-2000 दिल्ली के पास यमुना एक्सप्रेस वे पर लैंड कराया गया. इसे आपातकालीन स्थिति में राष्ट्रीय राजमार्गों को रनवे की तरह इस्तेमाल किया जा सके, इसलिए इस ड्रिल को मिराज से अंजाम दिया गया था.