सिर्फ पाकिस्तान नहीं, मोदी हटाओ गैंग के इन ठेकेदारों के अरमानों पर भी हुई है सर्जिकल स्ट्राइक, कुछ मानने को तैयार नहीं तो कुछ ने मांगे सबूत
   26-फ़रवरी-2019
 
 इंडियन एयरफोर्स के फाइटर प्लेन पाकिस्तान में घुसे, इसकी सबसे पहले सूचना पाकिस्तानी आर्मी के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने ट्वीट कर दी। जिसके बाद खबर आग की तरह फैली और पता चला कि भारत ने एलओसी पार कर पीओजेके से करीब 20 किमी अंदर बालाकोट में जैश के कैंप पर हमला किया और 350 आतंकियों को मार गिराया। लेकिन जैसे ही पुलवामा हमले के बदले की खबर फैली भारत के कुछ लोगों को चेहरे स्याह पड़ गये। मानो हमला बालाकोट कैंप पर नहीं उनके ख्वाबों पर हुआ हो, मोदी सरकार के खिलाफ उनकी सालों की मेहनत पर पानी फिर गया हो। इनके दिलों में बिजली इस कदर गिरी, कि ट्वीटर पर इनके इमोशन का मेल्टडाउन साफ एक्सपोज़ हो गया।
 
 
सबसे पहले ट्वीट किया जानी-मानी अंग्रेजी दां इंवेस्टीगेटिव बुजुर्ग पत्रकार हरिंदर बावेजा ने और सर्जिकल स्ट्राइक को पॉलिटिकल हथकंडा करार दे दिया।
 

इसके बाद ताज़ा-ताज़ा नेता बने शाह फैज़ल ने ट्वीट किया। साफ था कि स्ट्राइक से इनको बहुत दुख हुआ। लेकिन असल में क्या कहना चाहते थे, वो कोई नहीं समझ पाया। यहां तक कि बरखा दत्त भी कन्फयूज़ हो गयीं...
 
 
 



 
फिर द वायर के मुखिया सिद्धार्थ वरदराजन ने कुछ ऐसा ट्वीट किया.... नहीं ये नहीं हो सकता (बॉलीवुड स्टाइल डायलॉग)
 

 
फिर पीडीपी की महबूबा मुफ्ती ने शादी में आई नाराज़ रिश्तेदार की मानिंद दनादन कुछ ट्वीट किये, कुछ मीन-मेख किया, कुछ कमियां निकाली।
 
 

 
दोपहर तक साफ हो गया था, कि सर्जिकल स्ट्राइक ने पाकिस्तान में काफी गहरा वार किया। दो मोदी विरोधी तो अंदर तक कुछ इतना टूट गये। जैसे पुराने पौराणिक सीरियल ने राक्षस मरने से पहले कुछ अच्छा काम करने की ख्वाहिश में देवताओं को आशीर्वाद देते थे, कॉमेडियन की एक्टिंग करने वाले कुणाल कामरा और पत्रकारिता का दावा करने वाले रिफत जावेद बस इतना आशीर्वाद दे पाये। 
 
 
 
 
स्ट्राइक का असर इतना था, कि राहुल गांधी ने भी इंडियन एयरफोर्स को बधाई दी, लेकिन कुछ मोदी विरोधी कामगारों ने फिर से हिम्मत जुटाई और जुट गये स्ट्राइक को शक के दायरे में लाने के लिए। और मांगने लगे सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत...
 
एक-एक ट्वीट पढ़िए और समझिए कि एक सर्जिकल स्ट्राइक यहां लोगों के अरमानों पर भी हुई है।