दुनिया की चौथी एयर सुपरपावर है इंडियन एयरफोर्स, जानिये कौन-कौन से घातक फाइटर प्लेन हैं इंडिया के बेड़े में
   27-फ़रवरी-2019
 
भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर युद्ध का माहौल का तैयार हो रहा है। किसी भी देश की फायर पावर उसकी एयरफोर्स की ताकत से जानी जाती है। इंडियन एयरफोर्स इस मामले में न सिर्फ दुनिया की सबसे सक्षम फोर्स में से एक बल्कि है, बल्कि दुनिया की फायरपावर इंडेक्स के हिसाब से इडियन एयरफोर्स यूएस, चीन, रूस के बाद सबसे पावरफुल फोर्स मानी जाती है। आइये जानते हैं कौन से फाइटर प्लेन हैं जोकि भारत की ताकतवर फोर्स में शामिल हैं।
 
 
सुखोई 30 -एम् के आई
  
 
 
ट्विन इंजन और ट्विन सीटर वाला सुखोई 30 -एम् के आई लड़ाकू विमान रूसी मूल का है।इसमें एयर टू एयर मिसाइल की क्षमता वाले इस विमान में 8000 किलोग्राम तक अस्त्र-शस्त्र रखे जा सकते हैं I
 
साथ ही इसमें 8000 किलोग्राम जीएसएफ गन लगी है I इसमें एक्टिव, सेमी-एक्टिव रडार और इन्फ्रा रेंज होमिंग क्लोज रेंज की मिसाइल शामिल हैं। इसकी अधिकतम गति 2500 किलोमीटर प्रतिघंटा है।
 
 
 
तेजस 
 
 
 
भारतीय वायुसेना के सबसे हल्के लड़ाकू विमानों में से एक ''तेजस'' को वायुसेना के बेड़े में शामिल किया गया है। इसकी विशेषता है कि यह लड़ाकू विमान किसी भी इलाके में दुश्मन को मुँह तोड़ जवाब दे सकता है, चाहे वो कश्मीर और उत्तर-पूर्व का पर्वतीय इलाका हो या राजस्थान का रेगिस्तान I तेजस 1850 किमी की रफ्तार से उड़ सकता है I
 
 
 
मिराज-2000
 
 

 
 
फ्रांस द्वारा बनाये गए मिराज 2000 में अत्याधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल किया गया है I इसमें हवा से जमीन और हवा से हवा में भी मार करने का सामर्थ्य है, आधुनिक एवियोनिक्स, आर डी वाई रडार और नए सेंसर और कंट्रोल सिस्टम का उपयोग करके कई निशानों पर एक साथ मार करने में मिराज 2000 माहिर है। इसमें दो 30 एमएम की तोप लगी हैं। इसमें दो मत्रा सुपर 530डी की मीडियम रेंज वाली और दो आर-550 मैजिक II की मिसाइल लगी हैं। मिराज 2000 की विशेषता है कि यह पारंपरिक और लेजर गाइडेड बम को भी गिरा सकता है I 2495 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ़्तार से उड़नेवाला यह लड़ाकू विमान भारत की सामरिक क्षमता में बहुत महत्वपूर्ण है ।
 
 
 
एव्रो विमान
 
 
ये एक ब्रिटिश लड़ाकू विमान है, जिसमें 6000 किलो तक वज़न उठाने की क्षमता है I ट्विन टर्बोप्रॉप इंजन वाले इस विमान में 48 पैराट्रूपर्स सफर कर सकते हैं I यह लड़ाकू विमान 452 कि मी प्रतिघंटे कि रफ़्तार से उड़ सकता है I
 
 
चीता
 
 
फ्रेंच कंपनी का बनाया हुआ लड़ाकू हेलीकॉप्टर चीता 4 मिनट में 1 कि मी तक चढ़ सकता है, जब कि यह 121 कि मी की गति से उड़ता है I टर्बोशाफ़्ट सिंगल इंजिन वाले इस लड़ाकू हेलीकॉप्टर में तीन व्यक्ति बैठ सकते हैं और इसमें 100 किलो तक स्लिंगलोड उठाने की क्षमता है I
 
 
चेतक
 
 
फ्रांस की कंपनी द्वारा बनाया गया लड़ाकू हेलीकॉप्टर चेतक 500 किलो ग्राम तक वज़न उठा सकता है I
लाइट यूटिलिटी वाले चेतक में सिंगल टर्बोशाफ़्ट इंजन है I 200 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से उड़ने वाले इस लड़ाकू हेलीकॉप्टर में 6 लोग बैठ सकते हैं।
 
 
एमआई-17 वी5
 

 
 
 
आधुनिक एवियोनिक्स और ग्लास कॉकपिट इंस्ट्रूमेंटेशन से लैस एमआई-17 वी 5, एक शक्तिशाली लड़ाकू हेलिकॉप्टर है। भारत इसका इस्तेमाल सेना की तैनाती, गश्त लगाने, खोज और बचाव कार्य और सैन्य परिवहन के लिए करता है। साथ ही इसका उपयोग यात्री माल ढोने, और देश में कहीं भी मेडिकल इमरजेंसी, राहत और बचाव अभियान में भी किया जाता है।
 
 
एमआई-२6
 
 
एमआई-26 एक रूसी लड़ाकू हेलिकॉप्टर है। एमआई-26 में ट्विन टर्बोशाफ़्ट इंजन वाले इस हेलीकॉप्टर की गति 295 किलोमीटर प्रतिघंटा है। इस मिलिट्री लिफ्ट हेलिकॉप्टर में 20 हजार किलोग्राम पेलोड और 70 सैनिकों की क्षमता है ।
 
 
 
एम् आई 25 / एम् आई 35
 

 
 
हमला करने की क्षमता रखनेवाले हेलीकॉप्टर एम् आई 25 / एम् आई 35 में ट्विन टर्बोशाफ़्ट इंजन है I 8 लोगों के बैठने की क्षमता वाले इस हेलीकॉप्टर में 12.7 एमएम रोटरी गन भी लगी हुई है। इसकी अधिकतम गति 310 किलोमीटर प्रतिघंटा है और इसमें एंटी टैंक मिसाइल सहित 1500 किलोग्राम का भार सहने की क्षमता है।
 
 
डोर्नियर
 
 
जर्मन कंपनी द्वारा बनाये गए डोर्नियर का उपयोग रसद परिवहन या लॉजिस्टिक एयर सपोर्ट स्टाफ ट्रांसपोर्ट के लिए भी किया जाता है I डोर्नियर की गति 428 किलोमीटर प्रतिघंटा है I ट्विन टर्बोप्रॉप इंजिन वाले इस विमान में 19 लोगों के बैठने और 2057 किलोग्राम तक वज़न उठाने की क्षमता है I
 
 
आईएल-76
 
 
रूसी कंपनी का बनाया हुआ आईएल-76 चार इंजन की हेवी ड्यूटी विमान है, 225 सैनिकों को उड़ाने की क्षमता के साथ साथ क्योंकि इसमें ट्विन 23 एमएम की तोप भी लगी है। 40000 किलोग्राम उठाकर ये विमान 850 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ़्तार से उड़ सकता है।
 
 
सी 17
 
 
70000 किलोग्राम तक का वज़न उठाकर सिंगल हॉप में 4200 -9000 किलोमीटर दूर जाने की क्षमता वाला सी 17 भारतीय वायुसेना का पहला विमान है, जो सेना का भारी सैन्य सामान ले जा सकता है और इसका प्रयोग रणनीतिक सैन्य परिवहन में किया जाता है I
 
 
जगुआर
 
 
 
 
एंग्लो-फ्रेंच मूल के जगुआर में दो आर-350 मिसाइल रखने की क्षमता है, साथ ही इसमें 30 एमएम की दो गन लगी हैं। ट्विन इंजन, सिंगल सीटर वाले जगुआर में बम और इंधन जैसा 4750 किलोग्राम का सामान भी रखा जा सकता है I इसकी अधिकतम गति 1350 किलोमीटर प्रतिघंटा है।
 
 
 
मिग 21 बाइसन
 
 
 
 
रूस का बनाया सिंगल इंजन, सिंगल सीटर वाला ये लड़ाकू विमान 2230 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से उड़ सकता है Iइसमें चार आर-60 मिसाइल के साथ 23एमएम की दो बैरल तोप रखने की क्षमता है और सामरिक दृष्टि से यह भारतीय वायुसेना के महत्वपूर्ण विमानों में से एक माना जाता है।
 
 
मिग 27
 

 
 
 
मिग 27 को रूस ने बनाया है, सिंगल इंजन, सिंगल सीटर वाले इस विमान की क्षमता 1700 किमी प्रतिघंटा तक जाने की है। मिग 27 में २३ एमएम की 6 बैरल तोप लगी हैं। साथ ही इसमें 4000 किलोग्राम तक का सामान उठाने का भी सामर्थ्य है ।
 
 
मिग 29
 
 

 
 
मिग 29 ट्विन इंजन और सिंगल सीटर वाला लड़ाकू विमान है। यह 20 एमएम की तोप, चार आर-60 और दो आर-27 आर की मीडियम रेंज रडार मिसाइल की क्षमता रखता है और इसकी रफ़्तार 2445 किलोमीटर प्रतिघंटा है।
 
 
 
राफेल
 
 
 
फ्रांस में बने लड़ाकू विमान राफेल की विशेषता है की यह केवल एक मिनट में 60 हजार फुट की ऊंचाई तक जाने में सक्षम है I इसकी मारक क्षमता करीब 3700 किलोमीटर है और यह 2200 से 2500 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है। राफेल लड़ाकू विमान की सबसे बड़ी विशेषता है कि इसमें नवीनतम 'मिटिअर' मिसाइल और इजराइली प्रणाली भी है, जिस से इसमें दृश्य से ओझल होने का सामर्थ्य है I ये जल्द ही भारत के बेड़े में शामिल होगा।
 
 
 
130 जे
 

 
 
 
भारत के पास उन्नत तकनीकी के लड़ाकू विमान हैं I हमारी वायुसेना के सबसे बड़े मालवाहक हवाई जहाज में करीब 20,000 किलोग्राम तक सामरिक सामान रखने की क्षमता है, साथ ही इसमें 70 सैनिक सवार हो सकते हैं I इस लड़ाकू विमान की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसे कहीं भी उतरा जा सकता है, यानी इससे उड़ाने या उतारने के लिए रनवे कि आवश्यकता नहीं है I मौसम चाहे कितना भी ख़राब क्यों न हो ये लड़ाकू विमान ख़राब मौसम में भी उड़ान भर सकता है।