जानिये क्या होता है, जब दुश्मन का फाइटर प्लेन आपकी सरहद में घुसता है, कैसे होती है जवाबी कार्रवाई ?
   27-फ़रवरी-2019
 
 
 
 लेखक- अजीत कुमार
 
जो हवाई अड्डे या एयर बेस सामने फ्रंट लाइन में होते हैं, उनमे चौबीसों घंटे निगरानी करने वाले इंस्पेक्टर जेट हमेशा तैयार खड़े होते हैं और उनके पायलट महज़ 100 मीटर दूर एक कमरे में तैयार बैठे होते हैं 24x7।
 
फिर अचानक साईरन बजता है और आवाज़ आती है “स्क्रैम्बल स्क्रैम्बल “ ये सुनते ही पायलट गोली की रफ़्तार से भागता है प्लेन की तरफ। इसमे अधिक से अधिक एक मिनट का समय लगता है । और लगभग एक या डेढ़ मिनट जेट का इंजन शुरू कर उड़ने के लिए तैयार करने में। कुल मिला के दूसरे या तीसरे मिनट में जेट टेकऑफ कर जाता है और अगले 5 - 7 मिनट में घुसपैठिये हवाईजहाज को घेर लिया जाता है। शांति काल मे उस पर सीधे हमला नहीं करते बल्कि उसे घेर कर आत्मसमर्पण करने के लिए कहा जाता है। वो अपने पहिये गिरा कर आत्मसमर्पण या सरेंडर की मुद्रा में आ जाता है और फिर उसे घेर कर नजदीकी एयर बेस पर उतार लिया जाता है। ये शांति काल का प्रोटोकॉल है ।
 
 
युद्ध के समय तो पूरी आमने सामने की जबरदस्त लड़ाई होती है , धूम धड़ाका होता है , एक दूसरे पर आक्रमण-प्रत्याक्रमण होता है । एक दूसरे को मार गिराते हैं ।
 
 
 
कारगिल युद्ध के समय हमने पाकिस्तानी जहाज उड़ाया था
 
कारगिल युद्ध के तुरंत बाद , 10 Aug 1999 को कच्छ, गुजरात के वायु क्षेत्र में पाकिस्तान नौ सेना का एक टोही जासूसी विमान ''अटलांटिक'' भारत की सीमा में घुस आया । हमारे राडार ने उसे सबसे पहले 10:54 पर देखा । नालिया एयरबेस से विंग कमांडर पी के बुंदेला ने अपने मिग 21 में स्क्रैम्बल किया और 10:56 पर वे हवा में थे ।
 
 
11:10 पर उन्होंने पाकिस्तान के घुसपैठिये जहाज को देखा ,और 11:12 पर उसे घेर लिया , तुरंत आत्मसमर्पण करने कहा और बावजूद चेतावनी के जब नहीं माना तो उस पाकिस्तानी घुपैठिये हवाईजहाज को मार गिराया I 11:17 पर बुंदेला ने ''R-60 एयर टू एयर इंफ़्रा रेड हीट सीकिंग'' मिसाइल से ''अटलांटिक'' को मार गिराया । इस घटना में कुल 16 पाकिस्तानी अफसर सैनिक मारे गए ।
 
 
बाद में इस पर ICJ यानि इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ़ जस्टिस में मुकदमा चला । पाकिस्तान ने आरोप लगाया की भारत ने हमारा जहाज हमारे इलाके यानी पाकिस्तान में घुस के मारा , पर भारत ये साबित करने में सफल रहा कि ''अटलांटिक'' ने घुसपैठ की थी और और वो हमारे इलाके में जासूसी कर रहा था , जिसे हमने अपने एयर स्पेस में मारा और मारने से पहले हमने आत्मसमर्पण करने के लिए कहा भी तह, चेतावनी भी दी थी I
 
 
(ये सारी सूचना मैंने प्रियजित देबसारकर की किताब ''पाकिस्तान 'स अटलांटिक अटैक एंड आर्बिट्रेशन से जुटाई हैI )
कहने का मतलब ये कि 10:54 पर राडार ने देखा , 10:56 पर बुंदेला हवा में थे , 11:10 पर घेर लिया और 11:17 पर ठोक दिया ।
 
 
क्या पाकिस्तानी वायुसेना सो रही थी ?
 
 
सवाल है कि हमारे इतने जेट फाइटर पाकिस्तान में घुस कर मार आये , PAF पाकिस्तानी एयर फोर्स कर क्या रही थी ?? कुल 21 मिनट से ज़्यादा समय था IAF भारतीय वायु सेना, पाकिस्तानी एयर स्पेस यानि हवाई क्षेत्र में रही । PAF पाकिस्तानी वायु सेना क्या वाकई सो रही थी ? या वाकई पाकिस्तानी वायु सेना इतनी ही नकारा है ?? हमारी वायु सेना के पुराने अफसर कहते हैं कि पाकिस्तान की हैसियत ही नहीं कि हमसे लड़ ले ।
 
 
अगर एक सेवानिवृत्त वायुसेना अधिकारी की माने तो सारे हवाई अड्डों पर हमारे पायलट इस समय कमरे में नहीं बल्कि जेट्स के कॉकपिट में बैठे हैं...वो एक मिनट बचाने के लिए !!!!!