मोदी ने निभाया एक और बड़ा वायदा, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज पिनाकी चंद्र घोष होंगे देश के पहले लोकपाल
   17-मार्च-2019
 
 
अन्ना आंदोलन के लगभग 7 साल बाद देश में पहले लोकपाल की नियुक्ति तय हो चुकी है। लोकपाल को नियुक्त करने की सेलेक्शन कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज, जस्टिस पिनाकी चंद्र घोष के नाम पर मुहर लगा दी है। इसकी आधिकारिक घोषणा अगले एक-दो दिनों की कर दी जायेगी। सेलेक्शन कमेटी में पीएम नरेंद्र मोदी, चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन और जाने-माने अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने ये फैसला लिया। हालांकि विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को भी स्पेशल इनवाइटी के तौर पर इस कमेटी में बुलाया गया था। लेकिन वो इस सेलेक्शन कमेटी में शामिल नहीं हुए। इससे पहले लोकपास सर्च कमेटी ने जस्टिस घोष का नाम सुझाया था। जिस पर सेलेक्शन कमेटी ने मुहर लगा दी।
 
 
 

सुप्रीम कोर्ट में 4 साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद जस्टिस घोष 2017 में रिटायर हुए थे, औऱ फिलहाल नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन के सदस्य हैं।
 
 
 
लोकपाल की नियुक्ति लोकपाल एक्ट लागू होने के लगभग 5 साल बाद संभव हो पायी। आपको बता दें कि लोकपास पब्लिक सर्वेंट्स, मौजूदा और पूर्व पीएम, मंत्रियों के खिलाफ जांच शुरू करने के अधिकार दिये गये हैं।  लोकपाल सेंट्रल विजिलेंस कमीशन के साथ मिलकर काम करेंगे। जो सीबीआई समेत किसी भी जांच एजेंसी को किसी भी करप्शन से जुड़े मामले में जांच के आदेश दे सकते हैं।