पाकिस्तान की दुम नहीं हुई सीधी, कहा जांच में न पाकिस्तान में कोई आतंकी कैंप मिला और न ही पुलवामा अटैक से कोई लिंक
   28-मार्च-2019
 
 
 
पाकिस्तान का कहना है कि न तो उसके यहां कोई आतंकी कैंप हैं और न ही कोई आतंकी। जिसका संबंध पुलवामा हमले से हो। इसी के साथ पाकिस्तान ने एक बार फिर साबित कर दिया कि आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान का रेत में सिर छिपाये शुतुरमुर्ग सरीखा है। जोकि मौजूद खतरे से बचने के लिए रेत सिर छिपाकर सोचता है कि खतरा है ही नहीं, वो टल गया।
 
 
दऱअसल पुलवामा अटैक के बाद 27 फरवरी को भारत ने पाकिस्तान को डॉज़ियर सौंपा था, जिसमें पाकिस्तान में चल रहे आतंकी कैंपों के सबूत थे, साथ ही पुलवामा हमले में पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के शामिल होने के सबूत भी थे। भारत ने डॉज़ियर में 90 आतंकियों की डिटेल्स और 22 आतंकी कैंपों की लोकेशन शेयर की थी। साथ ही भारत ने कुछ व्हाट्सएप नंबर और टेलीग्राम प्रोफाइल शेयर किये थे, जिनपर पुलवामा अटैक करने वाले आदिल अहमद डार का हमले से पहले का वीडियो शेयर किया गया था।
 
 

 
 बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के कैंप के एक हिस्से की तस्वीर
 
 
ठीक एक महीने बाद बुधवार को पाकिस्तान ने भारत के उच्चायोग से मिलकर अपना जवाब सौंपा। इस जवाब में पाकिस्तान ने कहा कि वो तमाम व्हाट्सएप नंबरों की जांच कर रहा है। साथ ही कहा कि पाकिस्तान 54 लोगों से पूछताछ कर रहा है, लेकिन इसमें क्या निकला। इसकी जानकारी नहीं दी। लेकिन भारत ने पाकिस्तान को जिन 22 टेटर कैंपों की डिटेल्स दी थी, उनको सीधे तौर नकार दिया है। पाकिस्तान ने कहा है कि ऐसे कोई कैंप मौजूद नहीं है। भारत चाहे तो इन लोकेशन पर दौरा करके देख सकता है।
 

 
ऐसे में पाकिस्तान ने भारत से और सबूतों की मांग की है, ताकि पाकिस्तान किसी निर्णय पर पहुंच पाये। जाहिर है पाकिस्तान आतंकियों पर किसी तरह की कोई कार्रवाई करने के मूड़ में नहीं है, बस तोड़-मरोड़ कर एक बार फिर मामले को निबटाने में जुटा है।