आतंकियों ने किया एक और देशभक्त कश्मीरी नौजवान को शहीद, कश्मीरी नेताओं और लिबरल एक्टिविस्टों में फिर छायी मुर्दा चुप्पी
   31-मार्च-2019
 
 
कश्मीर घाटी में पाकिस्तानी इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ कश्मीरियों की आवाज दिन-ब-दिन तेज़ होती जा रही हैं। नतीज़ा ये है कि आतंकी हताशा में हैं, और देशभक्त कश्मीरियों को निशाना बना रहे हैं। शनिवार को बारामूला शहर में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने अर्जुमंद माजिद नामक एक एक्टिविस्ट को शहीद कर दिया। अर्जुमंद पेशे से केमिस्ट था, बारामूला शहर में उसकी केमिस्ट शॉप थी। वहीं पर आतंकियों ने घुसकर अर्जुमंद को गोलियों से छलनी कर फरार हो गये।
 
 
अर्जुमंद एक देशभक्त एक्टिविस्ट था, जो ड्रग-एडिक्शन के खिलाफ मुहिम के लिए काम करता था। बारामूला में अर्जुमंद को हुर्रियत और पाकिस्तान परस्त आतंकियों के खिलाफ उठाने वालों में गिना जाता था। यहीं वजह थी कि वो सालों से आतंकियों के निशाने पर था। लेकिन उसने कभी इसकी परवाह नहीं की। टीवी पत्रकार और अर्जुमंद के दोस्त आदित्य राज कौल ने सोशल मीडिया पर कुछ यादें शेयर कीं है,  आदित्य का कहना है कि अर्जुमंद एक बहादुर देशभक्त तो जो बेखौफ आतंक के खिलाफ आवाज उठा रहा था।
 
 
 
 
 
 
 

 
एक दो दिन पहले अर्जुमंद द्वारा शेयर की गयी फेसबुक पोस्ट 
 
 
 
 
आदित्य राज कौल के मुताबिक अर्जुमंद ने उनसे कहा था-‘मैं  कभी डरकर चुप नहीं बैठूंगा, मैं एक इंडियन हूं और एक इंडियन के तौर पर ही इस दुनिया से विदा होउंगा।’’ 
 
  
 
बहरहाल जम्मू कश्मीर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। लेकिन हैरानी की बात ये है कि अर्जुमंद की मौत पर न तो किसी कश्मीरी नेता ने, न ही किसी कश्मीरी पत्रकार ने और न ही किसी लिबरल एक्टिविस्ट ने अब तक सहानुभूति का एक भी शब्द नहीं बोला। न कोई ट्वीट किसी ने किया...।