भारत के सबूतों से पाकिस्तान नहीं कर पाया इंकार, मसूद अजहर के 2 भाइयों समेत जैश-ए-मोहम्मद के 44 आतंकी हिरासत में
   05-मार्च-2019
 
 
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पाकिस्तान ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद पर कार्रवाई सिलसिला शुरू कर दिया है। ताजा कार्रवाई में पाकिस्तान ने जैश सरगना मसूद अजहर के दो भाइयों समेत 44 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। पाकिस्तान ने अब पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री शहरयार अफ्रीदी ने बताया कि मसूद अजहर के भाई मुफ्ती अब्दुल रऊफ और हमाद अजहर समेत 44 आतंकियों को हिरासत में लिया गया है। हालांकि शहरयार ने ये भी कहा कि ये कार्रवाई किसी दबाव में नहीं की गयी है।
लेकिन पुलवामा हमले में शामिल जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ भारत ने पाकिस्तान को सबूतों का डॉज़ियर भेजा था। बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक करने के बाद भारत ने ये डॉज़ियर 28 फरवरी को भेजा था। जिसमें जैश-ए-मोहम्मद की आतंकी गतिविधियों और पुलवामा हमले में शामिल होने का एक-एक सबूत शामिल था। पाकिस्तान के गृह सचिव आजम सुलेमान ने माना कि कुछ गिरफ्तारी डॉज़ियर के आधार पर की गयीं हैं।
 
 
 
ये जगजाहिर है कि पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान पर आतंकी संगठनों पर एक्शन लेने का चौतरफा दबाव पड़ रहा है. इसीलिए पाकिस्तान ने मसूद अजहर के दोनों भाइयों को गिरफ्तार किया है. शहरयार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत ने जो डोजियर सौंपा है, उसमें मसूद के इन दोनों भाइयों का नाम भी शामिल था। पाकिस्तान के मंत्री ने दावा किया है कि सोमवार को नेशनल एक्शन प्लान के तहत एक बैठक की गई, जिसमें तय किया गया कि प्रतिबंधित किए गए सभी संगठनों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई की जाए।
 
 
 
 पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री शहरयार आफरीदी, प्रैस कांफ्रेंस के दौरान
 
 
हालांकि ये कार्रवाई अधूरी और मसूद अजहर को बचाने की एक कोशिश भी है। सारी दुनिया जानती है कि जैश-ए-मोहम्मद का सरगना अभी भी पाकिस्तान के आर्मी अस्पताल में लुत्फ उठा रहा है। जिसकी बात पाकिस्तान के विदेश शाह महमूद कुरैशी खुद बीबीसी के इंटरव्यू में मान चुके हैं।
  
 
दरअसल ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन की बैठक में अलग-थलग पड़ने और अमेरिका-रूस के दबाव के चलते पाकिस्तान पर जबरदस्त कूटनीतिक दबाव बना हुआ है। आतंकवाद के मुद्दे पर हर कोई भारत के साथ खड़ा है। हाल में यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल की मार्च महीने की अध्यक्षता करने वाले देश फ्रांस ने इस महीने यूएनएसी में जैश पर कार्रवाई करने का प्रस्ताव लाने की बात कह चुका है। जाहिर है उससे पहले पाकिस्तान को कार्रवाई का भारी दबाव है। जिसका नतीज़ा ये है कि दिखाने के लिए ही सही पाकिस्तान ने कार्रवाई का ड्रामा शुरू कर दिया है।
 
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