किश्तवाड़ में दूसरे दिन भी कर्फ्यू जारी, आरएसएस कार्यकर्ता चंद्रकांत शर्मा पंचतत्व में विलीन, 10 संदिग्ध हिरासत में, जांच के लिए पुलिस ने बनाई एसआईटी
   10-अप्रैल-2019
 
 
 
मंगलवार को आतंकियों की गोलबारी में बलिदान हुए राष्ट्रवादी नेता और आरएसएस के प्रांतीय सह सेवा प्रमुख चंद्रकांत शर्मा का पार्थिव शरीर आज पंचतत्व में विलीन हो गया। किश्तवाड़ में चंद्रकांत की अंतिम यात्रा में उनके पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटा गया था। कड़ी सुरक्षा के बीच भारी संख्या में स्थानीय लोगों ने अंतिम संस्कार में हिस्सा लिया। जिनमें बीजेपी स्टेट प्रेजिडेंट रविन्दर रैना और पूर्व उप मुख्यमंत्री कविन्द्र गुप्ता भी शामिल थे। डोगरा स्वाभिमान संगठन के नेता लाल सिंह भी अंतिम यात्रा में किश्तवाड़ पहुंचना चाहते थे। लेकिन पुलिस ने उनको डोडा के असार इलाके में हिरासत में ले लिया गया।
 
 
चंद्रकांत शर्मा की अंतिम यात्रा में जिला प्रशासन ने सख्त इंतजाम किये थे। स्थानीय लोगों के मुताबिक पुलिस एक ड्रोन कैमरे से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पर नजर रखे हुए थी। लेकिन नाराज लोगों ने पत्थर मारकर इस ड्रोन का गिरा दिया।
 
 
 
 
चंद्रकांत शर्मा की अंतिम यात्रा में उमड़ी भीड़ 
 
 
इस बीच किश्तवाड़ शहर में कर्फ्यू लगातार दूसरे दिन भी जारी है। साथ ही पूरे इलाके में इंटरनेट सर्विस भी बंद रखी गयी है। शहर के चप्पे चप्पे में पुलिस और सेना के जवान तैनात हैं। हालांकि लोगों में जबरदस्त रोष बना हुआ है। क्योंकि पुलिस आतंकियों को पकड़ पाने में अभी भी नाकामयाब है। हालांकि अभी तक पुलिस ने 10 संदिग्धों के हिरासत में लिया है, जिसमें अस्पताल में काम करने वाले कईं कर्मचारी भी शामिल हैं। जोकि आतंकी हमले के वक्त अस्पताल में ही थे। दूसरी तरफ आतंकियों को ढूंढने के लिए इलाके में गहन सर्च अभियान जारी है। जम्मू कश्मीर पुलिस के मुताबिक इस केस की त्वरित जांच के लिए एक एसआईटी यानि स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम गठित की गयी है।
 
 
किश्तवाड़ के डिप्टी कमिश्नर ए एस राना के मुताबिक शहर में अभी तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है, लेकिन एहतियातन कर्फ्यू जारी रहेगा।
 
 
 
 
 किश्तवाड़ और भदरवाह में कर्फ्यू में दूसरे दिन भी कोई छूट नहीं
 
 
दरअसल मंगलवार दोपहर किश्तवाड़ में जिला अस्पताल में घुसकर आतंकियों ने मेडिकल असिस्टेंट और आरएसएस के प्रांतीय सह सेवा प्रमुख चंद्रकांत शर्मा पर अँधाधुंध गोलियां चलाकर हमला किया था। जिसमें चंद्रकांत शर्मा की सुरक्षा में तैनात पीएसओ भी मारा गया था।