सेना पर राजनीति को लेकर वेटरन ऑफिसरों की चिठ्ठी पर बवाल, जनरल रोड्रिग्स और एयर मार्शन सूरी का बयान- “परमिशन के बिना डाला चिठ्ठी में नाम”
   12-अप्रैल-2019
 
 
गुरूवार को पहले फेज की वोटिंग के बाद एक चिठ्ठी सोशल मीडिया पर वायरल की गयी, जिसमें कहा गया कि 156 आर्मी ऑफिसरों ने सेना के चीफ कमांडर राष्ट्रपति को एक चिठ्ठी लिखी है। जिसमें कहा गया था कि इस चुनाव में राजनीतिक फायदे के लिए आर्मी का इस्तेमाल किया जा रहा है। चिठ्ठी में खासतौर पर यूपी सीएम योगी का जिक्र किया गया है, जिसमें मोदी की सेना पर आपत्ति जतायी है। इस चिठ्ठी में सेना के चीफ कमांडर होने के नाते जरूरी कार्रवाई करने की मांग की गयी है। इस चिठ्ठी की भाषा ठीक वैसी ही है जैसी कांग्रेस और विपक्षी पार्टियां पीएम मोदी के खिलाफ करती रही हैं।
 
 
 
 
 
चिठ्ठी के अंत में 156 आर्मी ऑफिसरों के नाम हैं। जोकि चिठ्ठी के सिग्नेटरी हैं। जाहिर है विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने तुरंत इसको सोशल मीडिया पर वायरल करना शुरू किया औऱ मोदी को घेरने की साजिश शुरू कर दी।
 
 
लेकिन आज इस किस्से में एक दिलचस्प मोड़ तब आया जब दो बड़े अधिकारियों ने ऐसी किसी चिठ्ठी में सिग्नेचर करने से इंकार कर दिया। सबसे पहले रिटायर्स एयर चीफ मार्शल एन सी सूरी ने कहा कि उन्होंने ऐसी किसी चिठ्ठी पर साइन नहीं किये। इसके बाद जनरल एस एफ रोड्रिग्स ने कहा कि इस चिठ्ठी में साइन करने से इंकार कर दिया। उनका कहना है कि इस चिठ्ठी में उनकी परमिशन के बिना नाम डाला गया है। 
 
 
 
 
 
धीरे-धीरे और भी नाम सामने आते जा रहे हैं।
 
 
 
 
 
 
जाहिर है अब इस चिठ्ठी को लेकर सवाल खड़े हो गयें हैं कि आखिर ये चिठ्ठी कौन और किसके कहने पर चुनाव के ठीक बीच में वायरल की जा रही है। साफतौर पर कुछ रिटायर्ड वेटरन आर्मी ऑफिसरों का नाम लेकर पीएम मोदी को घेरने की कोशिश की जा रही है।