18 अप्रैल को ऊधमपुर और श्रीनगर सीट पर मतदान, मोदी की रैली के बाद ऊधमपुर में बीजेपी की बढ़त, तो श्रीनगर में फारूख अब्दुल्ला की राह मुश्किल
   17-अप्रैल-2019
 
गुरुवार को जम्मू कश्मीर की 2 लोकसभा सीट के लिए मतदान होगा। इसके लिए प्रशासन ने तमाम तैयारियां पूरी कर ली हैं। करीब 29.81 लाख वोटर्स इन 2 सीटों पर 24 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। ऊधमपुर और श्रीनगर दोनों सीटों पर 12-12 उम्मीदवार मैदान में हैं। बेहतर वोटिंग के लिए प्रशासन ने 4,426 पोलिंग स्टेशन बनायें हैं। वोटिंग सुबह 7 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक होगी।
 
 
श्रीनगर लोकसभा सीट पर समीकरण
 
 
श्रीनगर लोकसभा सीट के तहत 15 विधानसभा सीट और 3 जिले आते हैं, गांदरबल, श्रीनगर और बड़गाम। रिवायती तौर पर ये सीट नेशनल कांफ्रेंस का गढ़ रही है, लेकिन पिछली बार पीडीपी के तारिक कर्रा ने फारूख अब्दुल्ला को यहां से पटखनी दी थी। लेकिन 2017 के उपचुनाव में फारूख अब्दुल्ला ने ये सीट बेहद करीबी मार्जिन से फिर जीत ली थी। यहीं से फारूख अब्दुल्ला फिर से मैदान में हैं। यहां कांग्रेस फारूख अब्दुल्ला का समर्थन कर रही है। यहां फारूख अब्दुल्ला का मुकाबला पीडीपी के आगा सैयद मोहसिन, बीजेपी के शेख खालिद जहांगीर, पीपल्स कांफ्रेंस के इरफान रज़ा अंसारी के बीच है। कुल मिलाकर मामला चतुष्कोणीय है, जिसका मतलब ये है कि फारूख अब्दुल्ला के लिए यहां जीतना थोड़ा मुश्किल साबित हो सकता है।
 
 
 
 
ऊधमपुर सीट का समीकरण
 
 
ऊधमपुर सीट पर कांग्रेस औऱ बीजेपी का सीधा मुकाबला है। यहां बीजेपी सरकार में मंत्री जितेंद्र सिंह के सामने महाराजा हरि सिंह के पोते विक्रमादित्य मैदान में हैं। जिनको नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी का समर्थन हासिल है। इसके अलावा डोगरा स्वाभिमान संगठन के लाल सिंह ने भी यहां से मैदान में उतरकर मामले को दिलचस्प बना दिया है। माना जा रहा था कि लाल सिंह के होते हुए जितेंद्र सिंह की राह थोड़ी आसान हो सकती है। लेकिन बीते रविवार कठुआ में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली के बाद हवा एक तरफ बहनी शुरू हो गयी है। अब यहां से जितेंद्र सिंह के लिए राह आसान होती दिखाई दे रही है।
 
 
 
ऊधमपुर सीट में 17 विधानसभा सीट आती हैं। जिसमें 6 जिले हैं, किश्तवाड़, डोडा, रामबन, रियासी, ऊधमपुर और कठुआ। यहां 2,710 पोलिंग स्टेशन बनाये गये हैं।