बलूचिस्तान में आर्मी ने पार की इंसानियत की तमाम हदें, दहशतगर्दी के आरोप में आर्मी कर रही है बलोच बच्चों को अगवा, ये हैं पिछले हफ्ते अगवा किये गये मासूम
   23-अप्रैल-2019
 
 
21 अप्रैल 2019, पाकिस्तान समयानुसार सुबह 9 बजे फ्रंटियर कॉर्प्स के जवान बलूचिस्तान के अवारन जिले के जिल्लाग गांव को चारों तरफ से घेर लेते हैं। फिर कुछ जवान बंदूक की नोक पर 8 लोगों को अगवा कर लेते हैं। न कोई वारंट, न कोई पुलिस। लेकिन ज्यादा खौफनाक बात ये है कि इन 8 लोगों में महिलाएं और मासूम बच्चे शामिल थे। जिनमें एक साल का बच्चा फरहाद, 5 साल का मालेन, कुछ महीनों की बच्ची माहदम और 10 साल का एजाज शामिल था। इन चार बच्चों के साथ इनमें शामिल एजाज की मां, मालेन की मां भी शामिल थी।
 
 
इन तमाम मासूमों को अगवा कर फ्रंटियर कॉर्प्स अपने हेडक्वार्टर ले जाते हैं। जब गांव वालों ने तहकीकात की तो पता चला कि इन मासूमों के पिता या भाई पर पाकिस्तानी एजेंसियों को शक है कि वो बलोच विद्रोदियों के आंदोलन बलोच नैशनल मूवमेंट से जुड़े हैं। लिहाजा उनको पकड़ने के लिए उनके बच्चों और परिवार वालों को अगवा किया गया है। पहली नजर में ये मामला बलोच विद्रोहियों पर दबाव बनाने की एजेंसियों की टैक्टिक हो सकती है। लेकिन ताज़ा रिपोर्ट साबित करती हैं कि एजेंसियों पिछले एक साल में 40 से ज्यादा बच्चों को अगवा कर चुकी हैं। जिसका अब तक कोई अता-पता नहीं है। घरवाले एजेंसिय़ों और मीडिया के दर की ठोंकरे खा-खाकर खुद मान बैठे हैं कि उनको खत्म कर दिया गया है।
 

 
 
बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियां आजादी के विद्रोह को दबाने लिए दशकों से नौजवानों को अगवा कर मारती आयी है। लेकिन विद्रोह दबने के बजाय हमेशा तेज़ होता गया, साथ ही बढ़ती जा रही है पाकिस्तानी एजेंसियों की दरिंदगी। ताज़ा रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तानी एजेंसियों ने मासूम बच्चों को शिकार बनाना शुरू दिया है।
 
 
लिहाजा 21 अप्रैल को अगवा किये जाने के बच्चों के लिए बलूचिस्तान में खौफ का माहौल है। लोग सोशल मीडिया पर इंटरनैशनल मीडिया से मदद की गुहार लगा रहे हैं। देखिए बलोच नेशनलिस्ट जमाल बलोच का ट्विटर पर शेयर किया गया वीडियो-
 
 
 
 
 
आपको बता दें कि 18 अप्रैल को बलूचिस्तान के अवारन एरिया में ही बलोच विद्रोहियों ने एक पैसेंजर बस से उताकर 14 नेवी और एयरफोर्स के जवानों की हत्या कर दी थी। जिसपर पाकिस्तान सरकार ने आरोप लगाया था कि इन विद्रोहियों के ईरान में ट्रेनिंग कैंप हैं। पाकिस्तान सरकार ने पहली बार ईरान से इन पर कार्रवाई करने की गुहार लगायी थी। दूसरी तरफ बलूचिस्तान में आईएसआई औऱ मिलिट्री एजेंसी सैंकड़ों बलोच नौजवानों को अगवा कर चुकी है।