अलगाववादी नेताओं को नहीं मिलेगी कोई छूट, अब परिवार को भी देना होगा अकूत संपत्ति का हिसाब, गिलानी के पोते और शब्बीर शाह की बेटी को NIA का नोटिस
   25-अप्रैल-2019
 
 
कश्मीर घाटी में अलगाववादी नेताओं के परिवार वालों की अय्याशी के किस्से किसी से छिपे नहीं हैं। आखिर इतनी संपत्ति का स्रोत क्या है, ये एक रहस्य है। NIA को शक है कि ये संपत्ति पाकिस्तान द्वारा भेजे गये पैसों से बनायी गयी है। इसीलिए NIA ने बड़े अलगावादी नेताओं के बाद उनके परिवार से भी संपत्ति की पूछताछ के लिए समन भेजकर दिल्ली हाजिर होने को कहा है। इनमें सैयद अली शाह गिलानी के पोते अनीस-उल-इस्लाम शाह और शब्बीर शाह की बेटी समा शब्बीर शाह का नाम शामिल है। अनीस के पिता अल्ताफ शाह और शब्बीर शाह को एनआईए टेरर फंडिंग मामले में 2017 में ही गिरफ्तार कर चुकी हैं। जोकि इस वक्त तिहाड़ जेल में हैं। इन दोनों एनआईए ने इसीलिए समन भेजा है क्योंकि जांच में सामने आया है कि कई बंगले इन्हीं के नाम पर हैं, इसीलिए इनसे पूछताछ करनी जरूरी हैं।
 
 
दरअसल 2017 के टेरर फंडिंग केस में नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) ने घाटी में आतंक फैलाने के लिए अलगाववादी नेताओं द्वारा पाकिस्तानी फंड के इस्तेमाल का भंडाफोड़ किया था। इसमें कईं बिजनेसमैन गिरफ्तार किये गये हैं, जोकि आईएसआई के फंड को हवाला के जरिये अलगाववादियों तक पहुंचाने का काम करता है। इसी कड़ी में NIA नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) ने कईं शब्बीर शाह अलगाववादी नेताओं को पहले ही जेल में ठूंस रखा हैं, जबकि कईं सैयद अली शाह गिलानी, गिलानी के बेटों और मीरवाइज़ उमर फारूख समेत कईं नेताओं को दिल्ली बुलाकर पूछताछ कर चुकी है। लेकिन तमाम नेता अबतक अपनी अकूत संपत्ति को अर्जित करने का स्रोत बताने में नाकामयाब रहे हैं।
 

 
दिल्ली पूछताछ के बाद श्रीनगर एयरपोर्ट पर घरवापसी पर मीरवाइज उमर फारूख
 
 
NIA की इस कार्रवाई से कश्मीर के नेता बिलबिलायें हुए हैं, पहले पीपल्स कांफ्रेंस के सज्जाद लोन और फिर महबूबा मुफ्ती ने एनआईए के नोटिस का विरोध किया। देखिए सज्जाद लोन का ट्वीट-
 
 
महबूबा मुफ्ती ने पत्रकारों को जवाब देते हुए कहा कि- “VINDICTIVE पॉलिटिक्स खेली जा रही है कश्मीर में, पूरे मुल्क में वोट बटोरने के लिए ऐसा किया जा रहा है।” बहरहाल कश्मीर के नेता कुछ भी कहें, एनआईए के नोटिस पर इनको दिल्ली तो जाना ही पड़ेगा।