आर्टिकल 370 को लेकर करण सिंह और महबूबा में राजनीतिक घमासान, करण सिंह ने कहा- “370 अधिमिलन की शर्त नहीं थी”, महबूबा की धमकी- “Accession की शर्ते खत्म हुईं तो जम्मू कश्मीर का रिश्ता भी खत्म हो जायेगा”
   03-अप्रैल-2019
 
जम्मू कश्मीर में धारा 370 को हटाने ले लिए जम्मू कश्मीर में राजनीतिक दलों के बीच तलवारें खींची हुईं हैं। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने 370 और 35ए को हटाने के इशारा किया तो कश्मीर घाटी के नेता महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला धमकी वाली राजनीति पर उतारूं हैं। महबूबा मुफ्ती और अब्दुल्ला फैमिली 370 और 35ए अधिमिलन की वक्त तय शर्त घोषित करने की कोशिश में लगे हैं।
लेकिन इस बीच मंगलवार को जम्मू कश्मीर के सदर-ए-रियासत रह चुके करण सिंह ने स्पष्ट कर दिया कि अधिमिलन के वक्त जम्मू कश्मीर की कोई शर्त नहीं थी। करण सिंह का बयान इसीलिए मायने रखता है क्योंकि अधिमिलन उनके सामने हुआ और जिन्होंने जम्मू कश्मीर राज्य के संविधान पर हेड ऑफ स्टेट के नाते हस्ताक्षर कर लागू करवाया था।
 
 
 
 महाराजा हरि सिंह के पोते और करण सिंह के बेटे विक्रमादित्य ऊधमपुर सीट पर कांग्रेस के टिकट से चुनाव मैदान में हैं
 
 
कांग्रेस नेता करण सिंह ने द ट्रिब्यून को दिये एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में महबूबा मुफ्ती और अब्दुल्ला फैमिली द्वारा फैलायी जा रही फेक न्यूज को साफ करने के लिए स्पष्ट तौर पर कहा कि “उनके पिता महाराजा हरि ने जो अधिमिलन पत्र साइन किया था, वो वैसा ही था जैसा भारत ने बाकी राज्यों के साथ किया था।“ इसके अलावा करण सिंह ने ये भी कहा कि “अधिमिलन के वक्त जम्मू कश्मीर ने धारा 370 नहीं मांगी थी, बल्कि भारत ने धारा 370 खुद दिया था।“
 
 
 
यानि करण सिंह ने साफतौर पर महबूबा और अब्दुल्ला की गलतबयानी को खारिज़ कर दिया। जिसमें वो 370 और 35ए को अधिमिलन की शर्त साबित करने की कोशिश में जुटे हैं।
 
 
 
 अनंतनाग में डिप्टी कमिश्नर ऑफिस में पर्चा दाखिल करने के बाद महबूबा मुफ्ती 
 
 
उधर अनंतनाग लोकसभा सीट के लिए अपना पर्चा दाखिल करने के बाद महबूबा मुफ्ती ने करण सिंह पर निशाना साधा। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि- “महाराजा हरि सिंह ने 370 की नींव रखी थी, और आज करण सिंह कोई और बोली बोल रहे हैं” महबूबा मुफ्ती यहीं नहीं रूकी, 2020 तक आर्टिकल 370 हटाने के सवाल पर महबूबा मुफ्ती ने धमकी देते हुए कहा कि "Accession की शर्ते खत्म हुईं तो जम्मू कश्मीर का रिश्ता भी खत्म हो जायेगा।"