चीन के बाद रूस ने भी नहीं दिया इमरान खान को भाव, BRI समिट में शामिल हुए 37 देशों में सिर्फ इथोपिया और तजाकिस्तान के राष्ट्राध्यक्षों ने दिया इमरान को मिलने का समय
   30-अप्रैल-2019
 
 
इमरान खान ने बीजिंग में बेल्ट एंड रोड़ इनिशिएटिव समिट में हिस्सा लेने के लिए दौरा शुरू करने पहले दावा किया था कि इमरान खान न सिर्फ बेल्ट एंड रोड़ इनिशिएटिव के लिए हिस्सा लेंगे। बल्कि 5 दिन लंबे दौरे में वो इस समिट में हिस्सा लेने वाले 37 देशों के राष्ट्राध्यक्षों से भी वन-टू-वन मुलाकात करेंगे। लेकिन इस समिट में इमरान खान की हैसियत का अंदाजा उसी वक्त हो गया था, जब चीन सरकार ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की अगवानी के लिए बीजिंग शहर की डिप्टी मेयर लेवल की अधिकारी को भेजा। समिट के दौरान इमरान खान चीन के प्रेजिडेंट ली जिंगपिंग और पीएम ली केकियांग से ज़रूर मिले। लेकिन इनके अलावा पाकिस्तान के फॉरेन ऑफिस ने 35 अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों से वन-टू-वन यानि द्विपक्षीय मुलाकात के लिए कोशिश की लेकिन सिर्फ 2 देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने इमरान खान से मिलने में दिलचस्पी दिखायी, ये थे इथोपिया और तजाकिस्तान।
 
 
 
दरअसल पाकिस्तान फॉरेन ऑफिस खासतौर पर रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से इमरान खान की मुलाकात की कोशिश करता रहा। लेकिन रूस ने इमरान खान से द्विपक्षीय चर्चा करने से साफ इंकार कर दिया। पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय संबंधों के जानकार इसको डिप्लोमैटिक फेलियर मान रहे हैं। इंडिया में पाकिस्तान के हाई कमिश्नर अब्दुल बासित ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि – मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि पाकिस्तान ने पुतिन से मुलाकात का एक सुनहरा मौका खो दिया।
 
 
 
 
 इथोपियन प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय मुलाकात के दौरान इमरान खान
 
 
 
 
चीन के लिए फेल साबित हुआ समिट
पिछली बार 2017 में 130 देशों ने बेल्ट एंड रोड़ इनिशिएटिव समिट में हिस्सा लिया था। लेकिन इस बार सिर्फ 37 देशों ने इसमें हिस्सा लिया। जिन बड़े देशों ने इस बार शामिल होने से मना कर दिया, उनमें टर्की, पोलैंड, स्पेन, श्रीलंका, फिजी और अर्जेंटीना जैसे देश शामिल हैं। भारत शुरूआत से ही इसका विरोध करता रहा है।
 
 
 
 
 
रूस के मना करने के बाद पाकिस्तान फॉरेन ऑफिस ने मलेशिया, बांग्लादेश, यूएई और केन्या जैसे दर्जनों देशों से मुलाकात के लिए समय मांगा। लेकिन इन तमाम देशों ने भी मुलाकात के लिए मना कर दिया। बहरहाल इमरान खान बीजिंग में बेल्ट एंड रोड़ इनिशिएटिव समिट में 5 दिन का दौरा कर वापिस पाकिस्तान लौट आयें हैं। लेकिन चीन से न कोई राहत पैकेज मिला और नहीं ही कोई सामरिक अलायंस को मजबूत करने का कोई भरोसा।