#EXCLUSIVE पाकिस्तान में एड्स पीड़ित डॉक्टर ने 25 बच्चों समेत सैंकड़ों लोगों को लगाया संक्रमिक इंजेक्शन, अब तक 45 पीड़ितों के टेस्ट एचआईवी पॉजिटिव
   30-अप्रैल-2019
 
 
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के लरकाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज वारदात सामने आयी है, जिससे पूरा शहर दहशत में है। दरअसल लरकाना के रातोदेरो जिले में एक साथ कम से कम 45 लोगों के एचआईवी पॉजिटिव होने का मामला सामने आया। जिसमें 25 बच्चें शामिल हैं। मामले सामने आते ही पूरे सूबे में हड़कंप मच गया। लरकाना के पुलिस कमिश्नर ने बताय़ा कि जांच में पता चला कि रातोदेरो का एक क्लिनिक शक के दायरे में आया, जांच में पता चला कि इस क्लिनिक का एक डॉक्टर मुज्फफर घांघर खुद एचआईवी पॉजिटिव है। जांच में पता चला कि इस डॉक्टर ने ही क्लिनिक में आने वाले बच्चों और बाकी मरीजों को एचआईवी संक्रमित इंजेक्शन लगाया। जिससे ये केस अचानक फैले। पुलिस ने डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है।
 
 
 
 
किसी अनजान इंतकाम को पूरा करने के लिए डॉक्टर ने सैंकड़ों मरीजों को संक्रमित सूई से इंजेक्शन लगाया। वहशियाना हरकत का मंजर ये है कि अब तक 25 बच्चों के मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें ज्उयादा बच्चों की उम्र 4 महीने से 8 साल के बीच है।
 
 
 
 
 
हालांकि अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि डॉक्टर ने ऐसा क्यों किया। पुलिस का कहना है कि डॉक्टर एड्स पीड़ित होने के चलते दिमागी से रूप अस्वस्थ है। लिहाजा उसने इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दिया। पुलिस अभी तक ये उगलवाने में नाकामयाब रही है कि ये डॉक्टर कब से ऐसी हरकत कर रहा था। क्योंकि मरीजों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। पिछले हफ्ते तक सिर्फ 14 केस सामने आये थे, लेकिन अभी ये इन केसों की संख्या 45 को पार कर चुकी है।
 
 
स्वास्थ्य विभाग अब उन लोगों के टेस्ट कराने को कह रहा है, जिनको कभी न कभी इस पब्लिक क्लिनिक ने इंजेक्शन लगवाया था। जिससे जाहिर है एचआईवी पॉजिटिव मरीजों की संख्या में भारी इजाफा हो सकता है। दुनिया में शायद ये पहला इतना बड़ा केस होगा, जब किसी डॉक्टर ने जानबूझकर ऐसे एचआईवी एड्स को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया है।