NIA ने मीरवाइज़ को भेजा तीसरा समन, दिल्ली हेडक्वार्टर में पेश होने से 2 बार कर चुके हैं इंकार, उमर ने कहा महबूबा ज़िम्मेदार
   06-अप्रैल-2019
 
 
नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने 2017 के टेरर फंडिंग केस में पूछताछ के लिए मीरवाइज़ उमर फारूख को एक और समन भेजा है। समन में एनआईए ने उमर फारूख को 8 अप्रैल को दिल्ली स्थित एनआईए हेडक्वार्टर में पेश होने को कहा है। मीरवाइज़ को ये तीसरा समन है, इससे पहले पिछले महीने में मीरवाइज़ दो समन भेजे जाने के बावजूद दिल्ली आने से मना कर चुके हैं। मीरवाइज़ दिल्ली में सिक्योरिटी का खतरा बताकर पूछताछ से बचने की कोशिश कर रहे हैं। अपने वकील के माध्यम से पहले भेजे गये समन के जवाब में मीरवाइज़ ने कहा था कि वो जांच में सहयोग करने को तैयार हैं, बशर्तें पूछताछ श्रीनगर में की जाये। लेकिन एनआईए ने मीरवाइज़ की बात नहीं मानी और एक बार फिर दिल्ली आने का समन जारी कर दिया गया।
 
 
सूत्रों के मुताबिक पुलवामा हमले के बाद मीरवाइज़ समेत कई अलगावावादी नेताओं के घरों में रेड मारने के बाद एनआईए को अच्छे खासे सबूत मिले हैं, जो साबित करते हैं कि मीरवाइज़ घाटी में आतंकवाद को बढ़ावा देने में शामिल हैं और पाकिस्तान से फंड का इस्तेमाल घाटी में अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए करते रहे हैं। इसी वजह से मीरवाइज़ को शक है कि दिल्ली में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया जा सकता है, लिहाजा श्रीनगर में पूछताछ की बात कर रहे हैं, ताकि गिरफ्तारी की सूरत में घाटी के हालात बिगाड़कर दबाव बनाया जा सके।
 

 
 
 
उधर चुनावी माहौल में उमर अब्दुल्ला ने मीरवाइज़ को बार-बार समन भेजे जाने पर महबूबा मुफ्ती को जिम्मेदार ठहराया। कुपवाड़ा में पत्रकारों से बात करते हुए, मीरवाइज का पक्ष लेते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि “महबूबा मुफ्ती के मुख्यमंत्री काल में मीरवाइज़ उमर फारूख पर एनआईए ने केस दर्ज किया था। जिसके बाद एनआईए मीरवाइज़ के पीछे पड़ी है।” अब्दुल्ला ने कहा कि “महबूबा मुफ्ती का ट्रैक रिकॉर्ड देखिए उनके रहते धारा 370 को काफी नुकसान पहुंचा। राज्य में जीएसटी लागू किया गया।”