व्हाइट हाउस के सामने बलोच, पश्तून और मुहाजिरों का बड़ा प्रदर्शन, पाकिस्तान से आज़ादी की मांग
   08-अप्रैल-2019

 
पाकिस्तान में 3 तबके लगातार पाकिस्तान से अपनी आजादी की मांग बुलंद कर रहे हैं। ये हैं बलूचिस्तान के बलोच, ख़ैबर पख्तूनख्वा के पश्तून यानी अफगानी पठान और कराची में बसे मुहाजिर। रविवार को तीनों इलाकों और तबकों से जुड़े सैकड़ों लोगों ने वाशिंगटन, यूएस में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया। यहाँ प्रदर्शनकारियों ने घंटों तक पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की और अपनी आज़ादी की मांग के लिए आवाज़ बुलंद की।
 
प्रदर्शकारियों ने मांग रखी कि पाकिस्तान में बलोच, पश्तून और मुहाजिरों को पाकिस्तान में दोयम दर्जे के शहरी के हक़ भी हासिल नहीं हैं। उनके नेताओं , कार्यकर्ताओं को आईएसआई और आर्मी के इशारे पर बिना किसी चार्ज के गिरफ्तार किया जा रहा है। जिनको पूछताछ के दौरान मार दिया जा रहा हैं। लिहाज़ा दुनिया के तमाम अंतरराष्ट्रीय ह्यूमन राइट्स संगठनों को पाकिस्तान पर दबाव बनाना चाहिए।
 

 
 
प्रदर्शन में शामिल रेहान ने मांग रखी कि यूएस समेत तमाम देशों को बलोचिस्तान और पश्तूनिस्तान की आज़ादी के लिए समर्थन करना चाहिए।
 
आपको बता दें, पिछले एक साल में बलूचिस्तान में आज़ादी के लिए तहरीक निर्णायक स्तर पर पहुँची हुई है। बलोचिस्तान के कई सामरिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र बलोच लिबरेशन आर्मी के कब्जे में हैं। खासतौर पर बालाकोट हमले के बाद जब पाकिस्तान ने अपनी आर्मी को भारत के बॉर्डर पर तैनात कर दिया है। तो बलोचिस्तान में बीएलए का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है। पिछले 2 महीनों में बलोच लिबरेशन आर्मी ने पाकिस्तान आर्मी के 50 से ज़्यादा जवानों को मार गिराया है।
 
 
 
वहीं केपीके यानी ख़ैबर पख्तूनख्वा में पश्तूनों का मूवमेंट पीटीएम यानी पश्तून तेहफ़ूज़ मूवमेंट की शक्ल में जारी है। जोकि धीरे धीरे आज़ादी की तहरीक में तब्दील होता जा रहा है। ज़ाहिर है आने वाले दिन पाकिस्तान के लिए बहुत भारी होने वाले हैं।