सिर्फ शिकायत के आधार पर बिना जांच किये आर्मी पर मतदान में गड़बड़ी का आरोप क्यों लगाया लेह की डिप्टी कमिश्नर ने, आर्मी ने कहा- छवि बिगड़ाने के लिए लगाया गया आरोप
   12-मई-2019
 
 
10 मई को लेह की डिप्टी कमिश्नर और डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर ने आर्मी की जीओसी, 14 कॉर्प्स के नाम एक पत्र लिखकर जवानों द्वारा किये गये मतदान में गड़बड़ी का आरोप लगा डाला। पत्र में कहा गया था कि डीसी लेह ने आरोप लगाया कि उन्हें शिकायत मिली है कि जवानों के लिए सुनिश्चित इलेक्ट्रानिक पोस्टल बैलेट सिस्टम के जरिये डाली जाने वाली मतदान प्रक्रिया में गलत तरीके से वोटिंग की गयी है। डीसी लेह अवनी लवासा को ये शिकायत एक स्थानीय कांग्रेस लीडर और दो निर्दलीय उम्मीदवारों असगर अली कर्बली और सज्जाद कारगिली ने की थी। हालांकि शिकायत में इन नेताओं ने कब, कहां और कैसे गड़बड़ी हुई, इसकी कोई विशेष जानकारी नहीं दी। फिर भी शिकायत मिलते डीसी अवनी लवासा ने बिना जांच किये आर्मी को पत्र लिखकर गड़बड़ी का सीधा आरोप लगा डाला और कार्रवाई की धमकी तक दे डाली।
 
 

 
 
हिंदूस्थान समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक अवनी बिना जांच किये नियमों को ताक पर रखकर आर्मी पर एफआईआर तक करने पर आमादा थी। जिसपर पर एक साथी आईएएस ने ऐसा करने से मना कर दिया। मामला यहीं नहीं रूका डीसी अवनी ने ये पत्र मीडिया को भी लीक कर दिया। इसके बाद जम्मू कश्मीर में महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला के साथ-साथ अलगाववादी सैयद अली शाह गिलानी ने अवनी के पत्र का हलावा देते हुए आर्मी पर सीधे निशाना साधना शुरू कर दिया। गिलानी ने यहां तक आरोप लगाया कि ये सबूत है कि आर्मी जम्मू कश्मीर के चुनाव में किस तरीके से दखल दे रही है। गिलानी ने डीसी अवनी की तारीफ भी की। बात यहीं रूकी, सोशल मीडिया पर इस लेकर का सहारा लेकर देश में लिबरल लॉबी और पाकिस्तान में मीडिया ने भारतीय आर्मी पर सीधा-सीधा घेरना शुरू कर दिया औऱ चुनाव में गड़बड़ी के घिनौने आरोप लगाने शुरू कर दिये। हर तरीके से छवि बिगाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी गयी। पाकिस्तान के टीवी चैनलों पर इसको सुर्खियों में दिखाया गया।
 
 
इस बीच इंडियन आर्मी ने लेह डीसी के पत्र का जवाब देते साफ किया कि शुरूआती जांच में पता चला है कि इस तरह की कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। ये शिकायत आर्मी की छवि को नुकसान पहुंचाने के मकसद से की गयी है। आर्मी एक अराजनैतिक संस्था है, साथ ही इस मामले की गहन जांच करायी जायेगी।
 
 
 
 
 
जिसके बाद लेह डीसी अवनी लवासा ने आर्मी के जवाब पर कहा कि शुरूआती जांच में किसी गड़बड़ी की सूचना मिली है, जोकि संतोषजनक है। यानि अंत में साफ हो गया कोई गड़बड़ी हुई ही नहीं थी।
 
 

 
 
लेकिन इस पूरे एपिसोड एक जिम्मेदार ऑफिसर की भूमिका को क्या नजरअंदाज किया जा सकता है, जिसने बिना जांच किये कार्रवाई की धमकी तक दे डाली और फिर इसको मीडिया में लीक किया। जिसका फायदा देश विरोधी ताकतों ने उठाया और इंडियन आर्मी की छवि पर जमकर प्रहार किये। हिंदूस्थान समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जीओसी 14 कॉर्प्स से रिपोर्ट सबमिट करने को कहा है, साथ में रक्षामंत्री ने डीसी द्वारा भेजी गये पत्र की कॉपी भी मांगी है।