सावधान!! “मोदी फिर से सत्ता में आये तो करना होगा तख्तापलट”, समर्थन में रिटायर्ज लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा- इंकलाब
   13-मई-2019
 
 
6 फेज का मतदान खत्म होने के बाद लगभग तय हो चुका है, कि जनता दोबारा पीएम मोदी में भरोसा जता रही है। लेकिन जनता का भरोसा जीतने के इन्हीं अनुमानों साथ मोदी विरोधियों का भरोसा अब लोकतांत्रिक व्यवस्था से दरकने लगा है। लिहाजा तैयार रहिए, आने वाले दिनों में न सिर्फ ईवीएम के खिलाफ प्रौपगैंडा खड़ा किया जायेगा। बल्कि मोदी सरकार को गिराने के लिए तमाम कोशिशें की जायेंगी। इसका अंदेशा अभी से ही धीरे होने लगा है, भले ही शुरूआत में सोशल मीडिया पर ऐसे कमेंट्स बचकाना लगें। लेकिन इन्हें गंभीरता से लेना बेहद जरूरी है। इसकी शुरूआत TIME मैगज़ीन में छपी मोदी विरोधी रिपोर्ट के साथ हो चुकी है।
 
 
इसी आर्टिकल की तर्ज पर एक जाने-माने रक्षा-विशेषज्ञ और रिटायर्ड ले. जनरल एच. एस पनाग ने मोदी को देश की आर्म्ड फोर्सेस का डिवाइडर बताने वाला द वायर का एक आर्टिकल ट्विटर पर शेयर किया। जिसमें एक राहुल शर्मा (ये हैंडल संभवत: डिलीट कर दिया गया है) नाम से एक ट्विटर हैंडल से रिप्लाई किया गया कि अगर मोदी दोबारा चुनें जाते हैं, तो इस बार उनको हटाने के लिए क्रांति करनी होगी, संभव हो तो तख्तापलट।
 
 
इस पर रिटायर्ड ले. जनरल का जवाब चौंकाने वाला था, लिखा- इंकलाब। यानि संवैधानिक रूप से चुने गये प्रधानमंत्री को तख्तापलट के जरिये हटाने की बात करने वाले को कोई सही जवाब देने के बजाय एक कथित रक्षा-विशेषज्ञ समर्थन करते नज़र आये। देखिए स्क्रीनशॉट-
 

 
 
 
जाहिर है ऐसे कमेंट पर लोगों का विपरित आना लाजिमी था। जब लोगों ने एच. एस पनाग से पूछा कि क्या वो रिटायर्ड फौज़ी होते हुए तख्तापलट कर मोदी को हटाने का समर्थन करते हैं। तब भी ले.जन. पनाग ने सवाल पूछने वालों से ही गैर-जिम्मेदाराना लहजे में पेश आते रहे। देखिए कुछ स्क्रीनशॉट-
 


 
 
सोशल मीडिया जैसे पब्लिक प्लेटफॉर्म पर जब एक जिम्मेदार रिटायर्ड अफसर इस तरह संविधान विरोधी बात करे, तो देश की संस्थाओं के इसे गंभीरता से लेना होगा। इससे पहले कि बहुत देर हो जाये।
 

 
 ले. जन. एच एस पनाग आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ चुकी गुल पनाग के पिता भी हैं