अमेठी से राहुल के हारने पर राजनीति छोड़ने का वायदा भले न निभायें सिद्धु, लेकिन अमरिंदर सिंह ने कर ली है कैबिनेट से बाहर करने की तैयारी
   24-मई-2019
 
 
 
पाकिस्तानी दौरे के दौरान आर्मी जनरल बाजवा के साथ गलबहियां करने की सज़ा देने का फैसला आखिरकार पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने कर लिया है। देश भर में करारी हार के बावजूद पंजाब में 13 में 8 लोकसक्षा सीट जीतने पर भी अमरिंदर सिंह खुश नहीं है। अमरिंदर सिंह ने सिद्धु को बाकी की सीटों पर हार का जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई करने की घोषणा कर दी है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि बठिंडा समेत शहरी इलाकों में कांग्रेस इसीलिए हारी क्योंकि नवजोत सिद्धु ने पाकिस्तान जाकर जनरल बाजवा के गले लगा और पंजाब में धार्मिक पुस्तक के साथ बदसलूकी करने के एक केस में गैरजिम्मेदाराना बयान दिये। जिसके चलते शहरी इलाकों में वोटर कांग्रेस से नाराज़ रहे। इसके नतीजे में अब जल्द ही कैप्टन नवजोत सिंह को बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं, या फिर उनके मंत्रालय का पदभार बदला जा सकता है। बताया जा रहा है कि कैप्टन ने अपने फैसले से केंद्रीय नेतृत्व को आगाह कर दिया है।
 
 
 
 
 
 
दरअसल चुनाव के दौरान ही कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धु की आपसी खटास काफी बढ़ गयी थी। चंढीगढ़ से नवजोत की पत्नी को टिकट न मिलने से सिद्धु ने खुलेआम कैप्टन के खिलाफ बगावत छेड़ दी थी। यहां तक कि कैप्टन ने नवजोत सिंह से पंजाब में कैंपेनिंग नहीं करने दी थी। पति-पत्नी दोनों ने कैंप्टन के खिलाफ सरेआम बयान दिये थे। जिसके जवाब में कैप्टन ने भी बयान दिया था, कि नवजोत खुद सीएम बनना चाहते हैं।
 
 
 
 
 
 
नतीजे आने के बाद साफ हो गया कि पंजाब का नेता कौन है, अमरिंदर सिंह अकेले कांग्रेसी सीएम हैं। जिन्होंने कांग्रेस की बची खुची साख अपने राज्य में बचा ली। ऐसे में कैप्टन के लिए भी आसान होगा नवजोत सिद्धु पर कार्रवाई करना।