अल-कायदा के अंतिम कमांडर के सफाये के बाद घाटी के कई इलाकों में कर्फ्यू, सुरक्षा एजेंसियों की नज़र अब रियाज़ नाइकू पर
   24-मई-2019
 
 
मोदी सरकार और सुरक्षा एजेंसियों का संदेश साफ है, नये इंडिया में अब आतंकियों को और नहीं बख्शा जायेगा। बीती रात मोदी की जीत के जश्न में डूबे देश को कश्मीर से सुरक्षाबलों ने एक और शानदार तोहफा दिया। जब पुलवामा जिले के त्राल एरिया में एक एनकाउंटर में अंसार गजवा-तुल हिंद के मुखिया जाकिर मूसा को मार गिराया। यहां मूसा एक घर में छिपा था, सुरक्षाबलों ने घर के मालिक के जरिये सरेंडर का ऑफर भी दिया, लेकिन जाकिर मूसा ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद A++ आतंकी जाकिर मूसा को मार गिराया गया। इस घर में छिपा था, आतंकी अंसार मूसा-
 

 
 
 
 
 
 
 
मूसा की मौत के कश्मीर घाटी में पत्थरबाज़ी और आग भड़काने की कोशिश की गयी। अलगाववादियों में घाटी बंद का ऐलान किया था। लेकिन जम्मू कश्मीर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां पहले से पूरी तरह तैयार थीं। इक्का-दुक्का घटनाओं को छोड़कर कहीं दंगा नहीं होने दिया। घाटी में बीती रात से ज्यादातर इलाकों में इंटरनेट बंद कर दिया गया औऱ आज कॉलेज और स्कूलों समेत तमाम एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स को बंद रखने का आदेश जारी कर दिया गया। नतीजा ये है कि जाकिर राशिद भट्ट उर्फ जाकिर मूसा को उसके पैतृक गांव नूरपोरा में दफना दिया गया है। लेकिन सुरक्षा एजेंसियां शांति बनाये रखने में कामयाब रही हैं।
 

 
हिज्बुल आतंकी बुरहान वानी के साथ जाकिर मूसा का पुराना फोटो
 
 
 
 
कश्मीर घाटी में इस वक्त आतंकियों के 2 धड़े एक्टिव थे। एक धड़ा है पाकिस्तान समर्थित हिज्बुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकियों का ग्रुप। जिसका कमांडर है रियाज़ नाइकू। लेकिन दूसरा धड़ा था, अल-कायदा औऱ इस्लामिक स्टेट की आयडोलॉजी को फॉलो करने वाला आतंकी ग्रुप, जिसमें अंसार गजवातुल हिंद, इस्लामिक स्टेट-जम्मू कश्मीर और अल-बद्र जैसे संगठन शामिल थे। जिसका कमांडर था, जाकिर मूसा। जाकिर मूसा ने 2013-2014 के आसपास हिज्बुल मुजाहिदीन आतंकी संगठन ज्वाइन किया था। तब जाकिर की उम्र 20 साल के आसपास थी। जाकिर ने दूसरे आतंकी बुरहान वानी का खासमखास था। धीरे-धीरे वो हिज्बुल मुजाहिदीन की रैंक में काफी कुख्यात हो गया। बुरहान वानी के एनकाउंटर और मिडिल ईस्ट में इस्लामिक स्टेट की उपज के बाद जाकिर मूसा ने अलग होकर अपना अलग आतंकी ग्रुप बना लिया, अंसार गजवातुल हिंद। जोकि अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट का ही विंग था। लेकिन पिछले 6 महीनों में जाकिर मूसा के तमाम साथी एक-एक करके आतंकी एनकाउंटर में मारे गये। घाटी में खबर ये भी फैली कि पाकिस्तानी ग्रुप के कमांडर रियाज़ नाइकू ने ही जाकिर मूसा के साथियों के ठिकानों की खबर सुरक्षा एजेंसियों को लीक की थी। इसके बाद जाकिर मूसा ने पाकिस्तानी ग्रुप के समर्थक अलगाववादी नेताओं के सिर काटकर लाल चौक पर लटकाने की धमकी भी दी थी। जनवरी महीने में खबर फैली थी, कि सुरक्षा एजेंसियों के डर से जाकिर मूसा घाटी छोड़कर पंजाब में जाकर छिप गया है और यहां कोई बड़ी आतंकी वारदात करने की फिराक में है। लेकिन बीती रात सुरक्षा एजेंसियों ने जाकिर मूसा को उसके घर के पास त्राल एरिया में ही मार गिराया। इससे पहले 10 मई को ही जाकिर मूसा ग्रुप के एक औऱ बड़े आतंकी और आईएसजेके कमांडर इशफाक अहमद सोफी को भी मार गिराया था।
 
 

 
इशफाक अहमद सोफी
 
 
 
माना जा रहा है कि अल-कायदा औऱ इस्लामिक स्टेट के आतंकियों का कश्मीर घाटी से पूरी तरह सफाया हो चुका है। लेकिन अब पाकिस्तानी आतंकी ग्रुप यानि रियाज नाइकू की बारी है। हालांकि पिछले डेढ़ साल में इस ग्रुप के भी 300 से ज्यादा आतंकियों का सफाया किया जा चुका है। इस साल भी 80 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया गया है। लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की नजर अब रियाज नाइकू पर है, देखना है उसकी बारी कब आती है।